श्रीलंका क्रिकेट सेलेक्टर ने बुधवार को एक अहम घोषणा करते हुए जिम्बाब्वे और अफगानिस्तान के दौरे के लिए सभी फॉर्मेट के लिए अगल-अलग कप्तानों की घोषणा की है। ऐसे में श्रीलंका की टीम के एक नए अध्याय की शुरुआत हुई है। श्रीलंका की टीम ने पहली बार ऐसा कदम चुना है। मुख्य सेलेक्टर ने अलग-अलग फॉर्मेट की अहममियत को देखते हुए यह फैसला लिया है।
टीम ने पहली बार अलग-अलग फॉर्मेट के लिए अलग कप्तानों का सेलेक्शन किया है। टेस्ट टीम के लिए 32 साल के अनुभवी बल्लेबाजी ऑलराउंडर धनंजय डी सिल्वा को कप्तानी सौंपी गई है। टेस्ट क्रिकेट में नई प्लानिंग और एनर्जी लाने के लिए श्रीलंका क्रिकेट ने यह फैसला लिया है।
मुख्य सेलेक्टर उपुल थरंगा ने कोलंबो में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि "मैं तीनों फॉर्मेट के लिए एक ही कप्तान रखना पसंद करूंगा, लेकिन इस वक्त हमारे पास जो खिलाड़ी हैं उके साथ ऐसा करना संभव नहीं है। कुसल मेंडिस वनडे में श्रीलंका की कप्तानी करेंगे। कुसल नेंडिस की कप्तानी काफी अहम होगी। टीम को वनडे में गति और निरंतरता बढ़ानी होगी।
वानिंदु हसरंगा श्रीलंका की टी20 टीम का नेतृत्व करेंगे। उनकी कप्तानी में टीम टी20 फॉर्मेट में युवाओं पर ज्यादा ध्यान देने की कोशिश करेगी। टी20 में एकमद से फैसला लेना और जल्द ही नई रणनीतियों का गठन करना जरूरी हिस्सा है। हर फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान रखने कै फैसला श्रीलंका ने पहली बार लिया है। इससे तीनों फॉर्मेट की अलग-अलग मांग का पता चलता है कि तीनों तरह के क्रिकेट में अगल रणनीतियो की जरूरत है।
जिम्बाब्वे से खेलने के लिए श्रीलंका की वनडे कुसल मेंडिस (कप्तान), चैरिथ असलांका, पथुम निसांका, अविष्का फर्नांडो, सदीरा समाराविक्रमा, सहान अराचिगे, महीश थीक्षाना, दिलशान मदुशंका, दुशमंथा चमीरा, डुनिथ वेलालेज, प्रमोद मदुशन, जेफरी वांडरसे, अकिला धनंजय। वानिदु हसरंगा।
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