"यह ऐसा फैसला नहीं है जिस पर मैं आसानी से आ गया हूं." "मैंने यह सोचने में बहुत समय लिया है कि मेरा भविष्य कैसा होगा, और अब मेरे जीवन में क्या प्राथमिकता होनी चाहिए"
भारत के खिलाफ सेंचुरियन में मिली हार के बाद साउथ अफ्रीका की टीम में इसका असर दिखाई देना शुरू हो गया है. साउथ अफ्रीका की टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है. हालांकि साउथ अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड ने कहा है कि परिवार के साथ अधिक समय बिताने को लेकर उन्होंने ये फैसला किया है. उन्होंने तुरंत प्रभाव से टेस्ट मैचों से संन्यास लेने का फैसला किया है. आपको बता दें कि वे भारत के खिलाफ दूसरे और तीसरे टेस्ट में नहीं खेलने वाले थे उन्होंने पहले ही इसके लिए फैसला कर लिया था.
डी कॉक ने सीएसए की ओर से जारी एक बयान में कहा, "यह ऐसा फैसला नहीं है जिस पर मैं आसानी से आ गया हूं." "मैंने यह सोचने में बहुत समय लिया है कि मेरा भविष्य कैसा होगा, और अब मेरे जीवन में क्या प्राथमिकता होनी चाहिए .अब साशा और मैं इस दुनिया में अपने पहले बच्चे का स्वागत करने वाले हैं और अपने परिवार को उससे आगे बढ़ाना चाहते हैं. मेरा परिवार मेरे लिए सब कुछ है और मैं अपने जीवन के इस नए और रोमांचक अध्याय के दौरान उनके साथ रहने के लिए समय चाहता हूं"
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आगे उन्होंने कहा कि "मुझे टेस्ट क्रिकेट और अपने देश का प्रतिनिधित्व करना पसंद है. मैंने उतार-चढ़ाव, उत्सवों और यहां तक कि निराशाओं का भी आनंद लिया है, लेकिन अब मुझे कुछ ऐसा मिल गया है जिससे मैं और भी ज्यादा प्यार करता हूं.
आपको बता दें कि वे भी उन खिलाड़ियों (श्वेत सभी) में से थे जिन्होंने बीएलएम अभियान में घुटने नहीं लेने का विकल्प चुना जब दक्षिण अफ्रीका ने अपने खिलाड़ियों को घुटने टेकने, मुट्ठी उठाने या ध्यान देने का विकल्प देने का फैसला किया था.
कैसा रहा टेस्ट करियर
डी कॉक ने अपने टेस्ट करियर में 54 मैच खेले हैं और 38.82 की औसत से 3300 रन बनाए हैं. उनके नाम 22 अर्धशतक और 6 शतक हैं. डि कॉक का हाईएस्ट स्कोर 141 रहा है.