वनडे वर्ल्डकप 2023 में कोहराम मचाने वाले टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मो. शमी को भारत सरकार ने अर्जुन पुरस्कार ने नवाजने की घोषणा की है। उन्होंने वनडे वर्ल्डकप 2023 में सर्वाधिक विकेट अपने नाम किया था। जिसके चलते उन्हें खेल के इस बडें पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है। मो.शमी को आज राष्ट्रपति भवन में एक कार्यक्रम के जरिए इस अवार्ड से नवाजा जाएगा। मो. शमी से पहले साल 2021 में सलामी बल्लेबाज शिखर धवन को अर्जुन पुरस्कार दिया गया था। जिसके दो साल बाद अब इस स्टार गेंदबाज को यह अवार्ड मिलने जा रहा है। उनसे पहले रोहित शर्मा, विराट कोहली, एमएस धोनी, युवराज सिंह, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गज भी इस पुरस्कार से सम्मानित किए जा चुके हैं।
अर्जुन पुरस्कार से नवाजे जाने से पहले मो.शमी की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने यह बताया है कि,इस अवार्ड का उनके लिए क्या मायने है। मो.शमी ने समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा कि, “यह पुरस्कार उनके लिए एक सपना है। लोगों की जिंदगी बीत जाती है, वह यह अवॉर्ड नहीं जीत पाते। मैं खुश हूं कि, मुझे इसके लिए नामित किया गया। मेरे लिए यह पुरस्कार पाना सपना पूरा होने जैसा है। मैंने अपनी पूरी जिंदगी लोगों को यह पुरस्कार पाते देखा है, अब मैं खुद उस मुकाम पर हूं।
आपकों बता दें कि, मो.शमी के लिए पिछला साल काफी शानदार रहा था। उन्होंने वनडे वर्ल्डकप 2023 में कुल 7 मुकाबले खेले थे। जिसमें उनके नाम सर्वाधिक 24 विकेट दर्ज है। उन्होंने गोल्डन बॉल पर कब्जा जमाया था। शमी के शानदार प्रदर्शन के चलते उन्हें हाल ही में 2023 के लिए ICC द्वारा वनडे क्रिकेटर ऑफ द ईयर के लिए भी नामित किया गया है।
दरअसल मो.शमी वर्ल्डकप 2023 के अखिरी मुकाबले में चोटिल हो गए थे। उसके बाद से वह वापसी नही कर पाए हैं। उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली गई दो मैचों की टेस्ट सीरीज का हिस्सा बनाया गया था। परन्तु अनफिट होने के कारण वह बाहर हो गए थे। आगामी 25 जून से भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जानी है। जिसमें शमी के वापसी की उम्मीद है,परन्तु यह कहा जा रहा है कि,शायद वह शुरूआती दो मुकाबले मिस कर जायं।
मो. शमी ने अपनी चोट को लेकर भी अपडेट दी है, स्टार गेंदबाज ने कहा कि,“चोटिल होना तो खेल का हिस्सा है, वापसी में थोड़ा समय लग गया, लेकिन सबसे बड़ी बात जो फैंस का प्यार मिला है वो सर आंखों पर है। कोशिश यही रहती है कि, जितना जल्दी हो सके हम ग्राउंड पर जा सकें। ये खुद के लिए भी अच्छा और अपनी टीम के लिए भी अच्छा है।