पूरी तरह फिट न होने की वजह से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दो टेस्ट से बाहर हुए रोहित शर्मा (Rohit Sharma), बीसीसीआई पर उठे कई गंभीर सवाल, चोटिल होने के बाद भी रोहित को आईपीएल में खेलने की अनुमति क्यों?
नई दिल्ली: टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ऑस्ट्रेलिया के साथ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत होने वाली 4 मैचों की टेस्ट सीरीज के शुरुआती 2 मुकाबलों में नहीं खेल सकेंगे.
आईपीएल 2020 के दौरान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को हैमस्ट्रिंग इंजरी हुई थी. जिस वजह से उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे, टी20 और टेस्ट टीम में शामिल नहीं किया गया था. लेकिन चोटिल होने के बाद भी रोहित ने अपने आप को स्वस्थ बताया और मुंबई इंडियंस की ओर से प्लेऑफ के मुकाबले खेले. जिसके बाद बीसीसीआई पर कई सवाल उठे कि आखिर क्यों रोहित के बिल्कुल ठीक होने के बाद भी उन्हें भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया.
इन सब सवालों के बाद रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को टेस्ट टीम में शामिल किया गया लेकिन अब खबर आई है कि वह पहले दो टेस्ट से बाहर हो गए हैं. रोहित अभी बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में रिहैबिलिटेशन की प्रक्रिया में हैं और बीसीसीआई को बताया गया है कि उन्हें अभी फिट होने में करीब एक महीना लगेगा.
इस सब के बाद अब बीसीसीआई सवालों के घेरे में खड़ा हो गया है.इस बात में कोई शक नहीं है कि बीसीसीआई ने रोहित की इंजरी का पूरा मामला बेहद खराब ढंग से संभाला है. आईपीएल के दौरान सौरव गांगुली और रवि शास्त्री ने कहा था कि बोर्ड नहीं चाहता कि रोहित इस इंजरी के साथ आईपीएल के बाकी बचे मैच खेले. लेकिन इसके बावजूद रोहित ने प्लेऑफ के मुकाबले खेले. सवाल यह है जब बोर्ड को रोहित के चोट की गंभीरता पता थी तो उन्होंने उसे आईपीएल में खेलने के लिए अनुमति क्यों दी?
हैमस्ट्रिंग इंजरी को ठीक होने में वक्त लगता है और रोहित के आईपीएल में खेलने से चोट को पूरी तरह ठीक होने का वक्त नहीं मिला. ऐसे में ये साफ है कि आईपीएल को अंतरराष्ट्रीय खेल से ज्यादा महत्व दिया गया. पहले टेस्ट के बाद विराट कोहली भारत लौट जाएंगे, ऐसे में रोहित का टीम में ना खेलने बड़ा झटका है.
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, 2018 में भुवनेश्वर कुमार के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था. इंग्लैंड टूर के लिए भारत को भुवी की जरूरत थी लेकिन उन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद के लिए आईपीएल में खेला. बीसीसीआई ने हैदराबाद की टीम को भुवनेश्वर के लिए कोई हिदायत नहीं दी थी और नतीजा ये रहा कि वह भारत के लिए टेस्ट सीरीज का हिस्सा नहीं बन पाए.
हालांकि रोहित (Rohit Sharma) के मामले में पूरी तरह बीसीसीआई की गलती नहीं बता सकते क्योंकि खिलाड़ी को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए. लेकिन इस घटना के बाद बीसीसीआई पर कई सवाल उठे हैं.
इन सब के अलावा ये भी सोचने वाली बात होगी कि अभी रोहित को ठीक होने में तीन से चार हफ्तों का वक्त लगेगा. लेकिन कही ऐसा न हो की रोहित पहले दो टेस्ट के अलावा बाकी बचे दो मैच भी न खेल पाए. दरअसल उनके लिये पृथकवास नियम कड़े होंगे क्योंकि वे व्यावसायिक फ्लाइट से यात्रा करेंगे. कड़े पृथकवास का मतलब है कि उन्हें पूरी टीम की तरह इन पृथकवास के 14 दिनों में ट्रेनिंग करने की अनुमति नहीं होगी. ऐसे में अगर रोहित अगले तीन या चार दिन में फ्लाइट नहीं पकड़ते हैं तो वह पूरी सीरीज से बाहर हो सकते हैं.