तीन मैचों की सीरीज के पहले वनडे मुकाबले में आयरलैंड ने जिम्बाब्वे को 4 विकेट से हार का स्वाद चखाया। जोशुआ लिटिल की कातिलाना गेंदबाजी के आगे जिम्बाब्वे का बैटिंग ऑर्डर ताश के पत्तों की तरह बिखर गया और पूरी टीम महज 166 रन बनाकर ऑलआउट हुई। आयरलैंड ने 167 रन के लक्ष्य को 40.1 ओवर में 6 विकेट खोकर आसानी से हासिल कर लिया।
टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी जिम्बाब्वे की शुरुआत बेहद खराब रही। जोशुआ लिटिल ने छह ओवर के अंदर ही जिम्बाब्वे के टॉप ऑर्डर को तहस-नहस करते हुए चार बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखा दी। कप्तान सिंकदर रजा भी बल्ले से कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके और महज 2 रन बनाकर चलते बने। इसके बाद पांचवें विकेट के लिए रायन बर्ल ने क्लाइव मदांडे के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 45 रन जोड़े।
रयान बर्ल को हैरी टेक्टर ने 38 के स्कोर पर चलता किया। वहीं, क्लाइव मदांडे 33 रन बनाने के बाद पवेलियन लौटे। निचेल क्रम में वेलिंगटन मसाकद्जा ने बढ़िया बल्लेबाजी करते हुए 40 रन की पारी खेली। जोशुआ लिटिल ने कहर बरपाते हुए 10 ओवर के स्पेल में छह विकेट अपने नाम किए।
जोशुआ लिटिल ने आयरलैंड की ओर से वनडे क्रिकेट में अब तक का बेस्ट बॉलिंग स्पेल डाला। लिटिल ने 36 रन देकर जिम्बाब्वे के छह बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई। जोशुआ से पहले यह रिकॉर्ड पॉल स्टर्लिंग के नाम था, जिन्होंने साल 2017 में अफगानिस्तान के खिलाफ 55 रन देकर छह विकेट अपने नाम किए थे।
167 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी आयरलैंड की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही। एंड्रयू बालबर्नी बिना खाता खोले पवेलियन लौटे। वहीं, कप्तान पॉल स्टर्लिंग भी 14 रन बनाकर चलते बने। हालांकि, इसके बाद कर्टिस कैम्फर ने मोर्चा संभाला और जबरदस्त बल्लेबाजी करते हुए 71 गेंदों पर 66 रन बनाए। वहीं, हैरी टेक्टर ने 21 और लॉर्कन टकर ने 28 रन का योगदान दिया। मार्क अडेयर ने चौका लगाते हुए आयरलैंड को तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त दिलाई।