ड्रीम 11 आईपीएल 2020 का ‘टाइटल’ प्रायोजक था. उसने 222 करोड़ रुपये देकर ये अधिकार हासिल किये थे. विवो पांच साल के करार के लिये एक वर्ष में जितनी धनराशि देगा यह उससे लगभग आधी थी. रिपोर्टों के अनुसार विवो ने 2018 से 2022 तक आईपीएल प्रायोजन अधिकार 2190 करोड़ रुपये में हासिल किये थे.
नई दिल्ली: अब यह तो आप जानते ही हैं कि देश भर में चीन की कंपनियों के विरोध के बाद पिछले साल यूएई में जनभावना को ध्यान में रखते और नुकसान सहते हुए मोबाइल कंपनी विवो को मुख्य प्रायोजन से हटा दिया था. यूएई में गेम एप्प ड्रीम-11 पिछले संस्करण का प्रायोजक रहा था, लेकिन कुछ महीने बाद होने जा रहे संस्करण में विवो एक बार फिर से वापसी करने जा रहा है. बता दें कि विवो के साथ बीसीसीआई का सालाना करार तकरीबन 440 करोड़ रुपये का है.
जानकारी के अनुसार चीनी मोबाइल निर्माता कंपनी विवो की इस सत्र में आईपीएल के प्रायोजक के तौर पर वापसी होगी क्योंकि उम्मीदों के अनुरूप पेशकश नहीं होने के कारण किसी अन्य कंपनी को अधिकार स्थानान्तरण करने के उसके प्रयास विफल रहे. बीसीसीआई सूत्रों ने कहा, ‘ड्रीम 11 और अनएकेडमी ने इस साल के लिये जो पेशकश की थी वह विवो की उम्मीदों के अनुरूप नहीं थी इसलिए उसने इस साल स्वयं प्रायोजक बनने और अगले साल संभावनाएं तलाशने का फैसला किया है.'
ड्रीम 11 आईपीएल 2020 का ‘टाइटल' प्रायोजक था. उसने 222 करोड़ रुपये देकर ये अधिकार हासिल किये थे. विवो पांच साल के करार के लिये एक वर्ष में जितनी धनराशि देगा यह उससे लगभग आधी थी. रिपोर्टों के अनुसार विवो ने 2018 से 2022 तक आईपीएल प्रायोजन अधिकार 2190 करोड़ रुपये में हासिल किये थे