WTC Final 2023 Turning Point
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के खिताब पर ऑस्ट्रेलिया ने कब्जा जमा लिया है। फाइनल में कंगारू टीम ने रोहित की पलटन को 209 से रौंदा। हालांकि खिताबी मुकाबले में टीम इंडिया की हार पहले ही दिन तय हो चुकी थी।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में एकबार फिर टीम इंडिया के हाथ शर्मनाक हार लगी है। द ओवल के मैदान पर ऑस्ट्रेलिया ने खिताबी मैच में रोहित की पलटन को 209 से पीटा। भारतीय बल्लेबाज दोनों ही पारियों में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके, तो तेज गेंदबाजों की बॉलिंग में भी वो धार नजर नहीं आई। हालांकि, भारत की हार तो डब्ल्यूटीसी फाइनल के पहले ही दिन तय हो चुकी थी। कैसे और क्यों, चलिए वो आपको समझाते हैं।
पहले दिन तय हो गई थी हार
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया ने तीन विकेट खोकर 327 रन कूट डाले थे। टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का कप्तान रोहित का फैसला सिर्फ लंच तक ही सही नजर आया था, इसके बाद कंगारू बल्लेबाजों ने टेस्ट को वनडे क्रिकेट की तरह खेला। पहले दिन के दूसरे और तीसरे सेशन में ना तो शमी की स्विंग काम आई और ना ही सिराज अपनी रफ्तार का कहर बरपा सके।
ट्रेविस हेड की पारी
भारतीय टीम ने पहले दिन डेविड वॉर्नर और मार्नस लाबुशेन को जल्दी-जल्दी पवेलियन की राह दिखा दी थी। हालांकि, शायद कप्तान रोहित और टीम मैनेजमेंट ट्रेविस हेड के लिए प्लानिंग ही करना भूल गए। हेड ने क्रीज पर कदम रखने के साथ ही आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी और महज 106 गेंदों पर शतक ठोक दिया। हेड के बल्ले से बरसते चौके-छक्कों ने स्टीव स्मिथ को क्रीज पर सेट होने का मौका भी दे दिया। स्मिथ और हेड ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 285 रन की साझेदारी निभाई। यही साझेदारी टीम इंडिया के लिए काल बनी।
रोहित ने भी माना हेड ने पलटी बाजी
कप्तान रोहित शर्मा ने भी माना कि ट्रेविस हेड के बल्ले से निकली वो 163 रन की पारी ने भारत को खिताब से दूर कर दिया। खास बात यह रही कि हेड ने 163 रन बनाने के लिए सिर्फ 174 गेंदों का सामना किया और भारतीय गेंदबाजों के मनोबल की धज्जियां उड़ा डाली।