इशांत शर्मा (Ishant Sharma) टेस्ट क्रिकेट में एक ऐसा कारनामा करने में सफल हो गए हैं जो सिर्फ कपिल देव की अपने टेस्ट करियर में कर पाए थे. इशांत भारत के केवल दूसरे तेज गेंदबाज बन गए हैं जिनके नाम 100 टेस्ट मैच खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है. इसके साथ-साथ इशांत भारत के 11वें क्रिकेटर बन गए हैं
Ind Vs Eng: इशांत शर्मा (Ishant Sharma) टेस्ट क्रिकेट में एक ऐसा कारनामा करने में सफल हो गए हैं जो सिर्फ कपिल देव की अपने टेस्ट करियर में कर पाए थे. इशांत भारत के केवल दूसरे तेज गेंदबाज बन गए हैं जिनके नाम 100 टेस्ट मैच खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है. इसके साथ-साथ इशांत भारत के 11वें क्रिकेटर बन गए हैं जिन्होंने 100 टेस्ट या उससे ज्यादा मैच अपने करियर में खेले हैं. अब तक 69 क्रिकेटरों ने 100 टेस्ट मैच खेले हैं. सबसे अधिक टेस्ट मैच खेलने का विश्व रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम है. उन्होंने 200 टेस्ट खेले हैं. सचिन ने कुल 664 इंटरनेशनल मैच खेले हैं. इशांत के अलावा 10 क्रिकेटरों ने 100 टेस्ट मैच खेले हैं. इनमें सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, अनिल कुंबले, कपिल देव, सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर, सौरव गांगुली, हरभजन सिंह, वीरेंद्र सहवाग भारत के लिए 100 या उससे ज्यादा टेस्ट मैच खेले हैं
इशांत के दिल्ली के पूर्व साथी और कोच विजय दहिया को लगता है कि वह देश की तरफ से 100 टेस्ट मैच खेलने वाला आखिरी तेज गेंदबाज होगा. दहिया ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मैं पूरी निश्चितता के साथ यह कहूंगा. इशांत 100 टेस्ट मैच खेलने वाला आखिरी भारतीय तेज गेंदबाज होगा. मुझे नहीं लगता कि कोई और 100 टेस्ट मैच खेल पाएगा। अधिकतर तेज गेंदबाज खुद को आईपीएल (IPL) और सीमित ओवरों के मैच के लिये बचाये रखते हैं और ऐसे में भारत के लिये 100 टेस्ट मैच खेलना बेहद मुश्किल होगा. पिछले 16 वर्षों से इशांत के साथी और दिल्ली के वर्तमान कप्तान प्रदीप सांगवान का मानना है कि जब विराट कोहली और इशांत शर्मा ने दिल्ली के अंडर-17 ट्रायल्स में हिस्सा लिया तो वह अलग तरह का गेंदबाज साफ नजर आता था.
सांगवान ने कहा, ‘‘वह इतना लंबा है और फिर से उसके लहराते बाल, हम उसे चिढ़ाया करते थे. देख ले भाई लंबा शाहरूख आ गया. उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि अंडर-17 के दिनों में भी वह बहुत लंबा था और काफी तेजी से गेंद करता था। हम जानते थे कि वह खास है। आपने देखा होगा कि जब विराट की अगुवाई में हमने 2008 में अंडर-19 विश्व कप जीता तब तक इशांत टेस्ट खिलाड़ी बन चुका था और उसे उस टूर्नामेंट में खेलने की जरूरत नहीं थी
इशांत ने अपने पहले अबतक 79 टेस्ट मैचों में 226 विकेट लिये लेकिन पिछले 20 मैचों में उन्होंने 76 विकेट हासिल किये हैं जिससे लगता है कि दिल्ली के इस तेज गेंदबाज ने टीम की जरूरतों के अनुसार खुद को ढाला है. दहिया ने कहा, ‘‘महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने उसका उपयोग रक्षात्मक गेंदबाज के रूप में किया जो एक छोर से अंकुश लगाये रखता था. यह भूमिका निभाने के लिये वह इशांत पर भरोसा करता था। आप जानते हैं कि वह इतने लंबे समय तक कैसे टीम में बना रहा क्योंकि आपका कप्तान क्या चाहता है यह जानना और उसके अनुसार चलना जरूरी होता है.
अपनी कड़ी मेहनत और फिटनेस बनाये रखने के कारण वह टेस्ट दर टेस्ट एक स्पैल में आठ से नौ ओवर करते रहे हैं. सांगवान ने कहा, ‘‘वह 140 किमी की रफ्तार से पिछले 18 वर्षों से हर स्पैल में आठ से नौ ओवर कर रहा है। अब वह 33 का होने जा रहा है और तब भी लगभग इतनी ही गति से इतने लंबे स्पैल कर रहा है. ''