गावस्कर ने कहा कि इस पारी से घरेलू टीम को संदेश गया कि भारत श्रृंखला के पहले मैच में शर्मनाक हार के बावजूद घुटने नहीं टेकेगा. पूर्व भारतीय कप्तान गावस्कर ने कहा, ‘महत्वपूर्ण पारी क्योंकि इससे जज्बे का पता चला, इस तरह की वापसी करके विरोधी टीम को संदेश गया कि पिछले मैच में 36 रन पर सिमटने के बावजूद यह भारतीय टीम घुटने नहीं टेकने वाली.
महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) का मानना है कि एडिलेड में पहले टेस्ट में भारत की शर्मनाक हार के बाद यहां चल रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट ( Boxing Day Test) में अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) का शतक देश के क्रिकेट इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण पारियों में गिना जाएगा. एडिलेड ओवल में पहले टेस्ट की दूसरी पारी में भारतीय टीम 36 रन पर ढेर हो गई थी जो टेस्ट इतिहास का उसका न्यूनतम स्कोर था. ऑस्ट्रेलिया ने इसके बाद पहला टेस्ट आठ विकेट से जीता, लेकिन एमसीजी में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के तीन दिन के खेल की समाप्ति के बाद अगर भारत जीत के नजदीक खड़ा है, तो उसका पूरा श्रेय अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) की कप्तानी और उनके बेहतरीन शतक को दिया जा रहा है.
मेहमान टीम ने हालांकि यहां चल रहे दूसरे टेस्ट में जोरदार वापसी की और मेलबर्न क्रिकेट मैदान पर श्रृंखला बराबर करने की ओर बढ़ रही है. भारत के लिए रहाणे ने शतक जड़ा जबकि गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया. गावस्कर ने सेवन नेटवर्क से कहा, ‘मेरा मानना है कि यह शतक भारतीय क्रिकेट के इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण शतकों में से एक होगा.' कार्यवाहक कप्तान रहाणे की 112 रन की धैर्यपूर्ण पारी की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी के आधार पर 131 रन की बढ़त हासिल की और सोमवार को तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक मेजबान टीम का दूसरी पारी में स्कोर छह विकेट पर 133 रन करके अपनी स्थिति काफी मजबूत कर ली.
गावस्कर ने कहा कि इस पारी से घरेलू टीम को संदेश गया कि भारत श्रृंखला के पहले मैच में शर्मनाक हार के बावजूद घुटने नहीं टेकेगा. पूर्व भारतीय कप्तान गावस्कर ने कहा, ‘महत्वपूर्ण पारी क्योंकि इससे जज्बे का पता चला, इस तरह की वापसी करके विरोधी टीम को संदेश गया कि पिछले मैच में 36 रन पर सिमटने के बावजूद यह भारतीय टीम घुटने नहीं टेकने वाली.' उन्होंने कहा, ‘यह संदेश है और यही कारण है कि मुझे लगता है कि यह भारतीय क्रिकेट के इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण शतकों में से एक होगा.'