वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली 209 रन की करारी हार के बाद भारतीय टीम को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है!
ऑस्ट्रेलिया की ओर से जीत के लिए मिले 444 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने चौथे दिन तीन विकेट पर 164 रन बनाए थे. पांचवें दिन भारत ने 70 रन जोड़कर सात विकेट गंवा दिए. पूरी टीम लंच के पहले आउट हो गई. यानी ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी दिन पहले सेशन में ही मैच को ख़त्म कर दिया.
गावस्कर ने भारतीय बल्लेबाज़ों के शॉट सलेक्शन और बल्लेबाज़ी के अंदाज़ पर सवाल उठाया.उन्होंने कहा कि चेतेश्वर पुजारा के स्ट्राइक रेट की बात की जाती है और वो हमेशा इसी को ध्यान में रखकर खेलते दिखे. पुजारा लंबे समय से काउंटी क्रिकेट खेल रहे हैं
इंग्लैंड में खेलने के उनके अनुभव को भारतीय टीम के लिए अहम माना जा रहा था लेकिन पुजारा नाकाम रहे. वो पहली पारी में 14 और दूसरी पारी में 27 रन ही बना सके
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भारत के टॉप ऑर्डर की नाकामी पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि बीते कुछ साल में भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर भारत के टॉप ऑर्डर के चार बल्लेबाज़ों का औसत घर के बाहर 30 से कम का है
इस पर टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने कहा, "वो सभी अनुभवी प्लेयर भी हैं. उनका जो स्टैंडर्ड है, ये (औसत) उसके मुताबिक नहीं है.
द्रविड़ ने आगे कहा कि हर टीम के बल्लेबाज़ों का औसत घर के बाहर कम हो जाता है
गावस्कर को कोच द्रविड़ का ये बयान रास नहीं आया. उन्होंने कहा, "आप दिक्कत को कार्पेट के नीचे नहीं छुपा सकते
हम (दूसरी टीमों की नहीं बल्कि) भारतीय टीम की बात कर रहे हैं. बैटिंग (भारतीय टीम की) दिक्कत की वजह है. हमें इसे देखने की ज़रूरत है. (हार की) ईमानदारी के साथ आत्म समीक्षा होनी चाहिए. एक टीम हारती है, एक जीतती है लेकिन आप कैसे हारे हैं, ये अहम है
उन्होंने कहा कि कई सवालों को देखना होगा. "आपने कैसी बल्लेबाज़ी की. क्या कैच छोड़े? क्या आपने सही टीम चुनी?
भारतीय टीम के पहले चार बल्लेबाज़ों में से कोई भी मैच में हाफ सेंचुरी तक नहीं लगा सका. कप्तान रोहित शर्मा ने पहली पारी में 15 और दूसरी पारी में 43 रन बनाए
विराट कोहली ने पहली पारी में 14 और दूसरी पारी में 49 रन बनाए. गिल के बल्ले से पहली पारी में 13 और दूसरी पारी में 18 रन निकले. दूसरी पारी में गिल को आउट दिए जाने का फ़ैसला विवादों में रहा