ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने “मेरे लिए क्रिकेट से ज्यादा महत्वपूर्ण मेरा परिवार है” शीर्षक वाला पांच पेज का विस्फोटक बयान जारी किया है. इसी के साथ उन्होंने अपने कप्तानी प्रतिबंध की समीक्षा वाला अपना आवेदन भी वापस ले लिया है. वॉर्नर उस कानूनी सलाहकार पर भड़क गए हैं, जो स्वतंत्र समिति को उनके आजीवन कप्तानी प्रतिबंध की समीक्षा करने में सहायता कर रहे थे. उन्होंने कहा कि उक्त वकील द्वारा की गई टिप्पणियां आक्रामक और अनुपयोगी थीं. वॉर्नर ने यहां तक कहा कि समीक्षा पैनल ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) के निष्कर्षों के विपरीत काम किया और उनके परिवार की कीमत पर उनका सार्वजनिक प्रदर्शन करना चाहता है.
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डेविड वॉर्नर ने वार्नर ने समीक्षा पैनल और वकील पर हमला करते इंस्टाग्राम पर एक लंबे पोस्ट में लिखा, ”मैं इस बात के लिए तैयार नहीं हूं कि मेरा परिवार क्रिकेट की गंदी लॉन्ड्री के लिए वाशिंग मशीन बने.” 36 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि पैनल ने उन्हें और उनके परिवार को और अधिक अपमानित करने की धमकी दी है. उन्होंने स्वीकार किया कि वह अब ‘पब्लिक लिंचिंग’ का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया द्वारा अपनी आचार संहिता में किए गए परिवर्तनों के बाद डेविड वॉर्नर अपने आजीवन कप्तानी प्रतिबंध की अपील करने के योग्य थे. हालांकि, उनका यह अनुभव बेहद खराब रहा है और लगता है कि वह अब कभी अपने देश का नेतृत्व नहीं कर पाएंगे.
बता दें कि गेंद से छेड़छाड़ (सैंडपेपर गेट) कांड के निष्कर्षों के बाद डेविड वॉर्नर पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया द्वारा आजीवन कप्तानी प्रतिबंध लगा दिया गया था. कैमरन बैनक्रॉफ्ट को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन के न्यूलैंड्स में तीसरे टेस्ट में गेंद पर सैंडपेपर रगड़ते पाया गया था. स्मिथ और वॉर्नर पर जहां एक साल का बैन लगा था. वहीं बैनक्रॉफ्ट पर 9 महीने की पाबंदी लगाई गई थी. स्मिथ को कुछ वर्षों का नेतृत्व प्रतिबंध भी मिला, लेकिन अपना कार्यकाल पूरा करने के और सभी प्रारूपों में सनसनीखेज प्रदर्शन के साथ वापसी कर ली है.
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