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अर्जुन राणातुंगा ने IPL खेल रहे श्रीलंकाई क्रिकेटरों पर साधा निशाना

Know more about AkshayBy Akshay - April 12, 2022 05:50 PM

Arjun Ranatunga targets Sri Lankan cricketers playing IPL:श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर अर्जुन राणातुंगा ने श्रीलंकाई क्रिकेटरों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि वे खिलाड़ी जो आइपीएल खेल रहे हैं उन्हें देश के संकट पर साथ आना चाहिए और आइपीएल छोड़कर विरोध में शामिल होना चाहिए।

IPL 2022

वर्तमान में श्रीलंका घोर आर्थिक संकट की दौर से गुजर रहा है। वहां लोगों को पेट्रोल-डीजल समेत रोजमर्रा की जरुरत के समानों की किल्लत का भी सामना करना पड़ रहा है। इस बीच पूर्व क्रिकेटर और मंत्री अर्जुना राणातुंगा ने आइपीएल खेल रहे श्रीलंकाई क्रिकेटरों पर जमकर निशाना साधा है। आपको बता दें कि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2022) के 15वें सीजन में श्रीलंका की तरफ से कई क्रिकेटर अपना योगदान दे रहे हैं। इसमें से कुछ कोचिंग स्टाफ के तौर पर टीम से जुड़े हैं तो कुछ खिलाड़ी के तौर पर खेल रहे हैं।

Arjun Ranatunga targets Sri Lankan cricketers playing IPL:अर्जुन राणातुंगा (Arjun Ranatunga) ने कहा कि इन खिलाड़ियों को साथ आना चाहिए और इस विषम परिस्थितियों में देश का समर्थन करना चाहिए। उन्होंने कहा "मैं नहीं जानता हूं लेकिन कुछ ऐसे क्रिकेटर हैं जो बड़े आराम से आइपीएल खेल रहे और अपने देश के हालात पर कुछ नहीं बोल रहे हैं। दुर्भाग्यवश लोग सरकार के खिलाफ बोलने से डरे हुए हैं। ये क्रिकेटर सरकार के अंदर रहकर क्रिकेट बोर्ड के लिए काम करते रहे और अपनी जाब बचाने की कोशिश करते रहे।

लेकिन अब इनको आगे आना चाहिए और सरकार के खिलाफ विरोध का समर्थन करना चाहिए। जब कुछ गलत होता है तो आपके अंदर इसके खिलाफ बोलने की ताकत होनी चाहिए। लोग पूछते हैं कि मैं इस विरोध में क्यों शामिल नहीं हूं। ये इसलिए है कि मैं पिछले 19 साल से राजनीति में हूं लेकिन ये राजनीतिक मुद्दा नहीं है"

इससे पहले श्रीलंकाई खिलाड़ी वानिंदू हसरंगा, भानुका राजपक्षे जैसे खिलाड़ियों ने इस विरोध का खुलकर समर्थन किया था। राजपक्षे पंजाब किंग्स का जबकि हसरंगा रायल चैलेंजर्स बैंगलोर का हिस्सा हैं। राणातुंगा ने कहा "मैं जानता हूं कि आप सभी उन खिलाड़ियों के बारे में जानते हैं। मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहता। लेकिन एक हफ्ते के लिए वे अपना काम छोड़कर देश में फैले आर्थिक संकट के विरोध के समर्थन में साथ आएं। हालांकि सोमवार को सरकार की तरफ से जारी एक बयान में लोगों को शांति बनाए रखने की अपील की गई था और कहा गया था कि सरकार इस समस्या से निपटने के लिए प्रयासरत है।