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गोल्डन बूट हासिल करने वाले क्रिस्टियानो रोनाल्डो का नाम यूरो कप की टीम में नहीं किया शामिल

By Shivam - July 14, 2021 11:26 AM

Euro Cup 2020 की टीम का ऐलान यूएफा की ओर से किया गया है लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि इसमें पुर्तगाल के दिग्गज खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो का नाम शामिल है। यहां तक कि उनको गोल्डन बूट मिला है।

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स्विट्जरलैंड, एएनआइ। यूरोपीय फुटबाल संघ ने मंगलवार को यूरो कप की सर्वश्रेष्ठ एकादश टीम की घोषण की, जिसमें चैंपियन इटली के पांच तो खिताब से चूकने वाली इंग्लैंड के तीन खिलाड़ियों को जगह मिली है। हालांकि, इस टीम में पुर्तगाल के सुपरस्टार स्ट्राइकर कप्तान और क्रिस्टियानो रोनाल्डो को जगह नहीं मिली हैं। उन्होंने इस टूर्नामेंट में सर्वाधिक पांच गोल करके गोल्डन बूट हासिल किया था।

बता दें कि रोनाल्डो ने भले ही टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन टीम सेमीफाइनल तक का रास्ता नहीं तय कर सकी थी। निजी तौर पर रोनाल्डो ने गोल्डन बूट हासिल किया, लेकिन वे यूरो कप की टीम में जगह नहीं बना पाए। गौरतलब है कि इटली की टीम ने वेम्बली स्टेडियम में मेजबान इंग्लैंड को हराकर खिताबी जीत हासिल की थी। इंग्लैंड को शूटआउट के दौर में 3-2 से हार का सामना करना पड़ा था।

यूएफा यूरो कप 2020 टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ टीम इस प्रकार है- जियानलुइगी डोनारूमा (इटली), लियोनार्डो बोनुची (इटली), लियोनार्डो स्पिनाज़ोला (इटली), जोíजन्हो (इटली), फेडेरिको चिएसा (इटली), हैरी मैगुइरे (इंग्लैंड), काइल वाकर (इंग्लैंड), रहीम स्टर्लिग (इंग्लैंड), पिएरे-एमिल होजबर्ज (डेनमार्क), पेड्रि (स्पेन) और रोमेलु लुकाकू (बेल्जियम)।

यूरो कप फाइनल की जांच करेगा यूएफा

लंदन, रायटर्स : रविवार को लंदन के वेंबले स्टेडियम में खेल गए इंग्लैंड और इटली के बीच यूरो कप के फाइनल मुकाबले के दौरान प्रशंसकों ने काफी उत्पात मचाया। इसके चलते यूएफा की गवर्निग इकाई ने अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की और इंग्लैंड फुटबाल संघ (एफए) पर आरोप लगाते हुए जांच शुरू कर दी है। यूएफा ने कहा कि स्टेडियम के अंदर और आसपास हुई समर्थकों की घटनाओं की एक अलग से जांच जारी है। मामले को यूएफा नियंत्रण, नैतिकता और अनुशासनात्मक निकाय (सीईडीबी) द्वारा उचित समय पर निपटाया जाएगा।

पेनाल्टी शूट आउट में इटली से 2-3 से मिली हार के बाद इंग्लैंड के प्रशंसकों ने रास्तों में उत्पाद मचाया। वह सभी बैरिकेड को तोड़कर स्टेडियम में घुसने का प्रयास कर रहे थे, तो वहीं कई इंग्लिश प्रशंसक इटली के समर्थकों को मार भी रहे थे। इसके बाद लंदन मेट्रोपोलिटियन दंगा पुलिस ने 49 लोगों को गिरफ्तार किया।

मालूम हो कि इससे पहले इंग्लैंड के एफए को पिछले हफ्ते 30,000 यूरो (करीब 26 लाख रुपये) का जुर्माना झेलना पड़ा था, क्योंकि किसी प्रशंसक ने मैच के निर्णायक समय पर डेनमार्क के गोलकीपर कैस्पर शमीचेल की आंख पर सेमीफाइनल मैच के दौरान लेजर लाइट चमकाने का प्रयास किया था। इसके अलावा एफए पर दूसरे देश के राष्ट्रगान के समय इंग्लिश प्रशंसकों द्वारा मजाक बनाने और सेमीफाइनल के दौरान आतिशबाजी करने के लिए भी आरोप लगाए गए थे।