Header Ad

Parenting Tips: बच्चों को छोटी उम्र से ही सिखाएं ये 7 आदतें

By Akshay - October 05, 2024 09:48 AM

जैसे-जैसे समय बदल रहा है, माता-पिता को भी यह चिंता सताने लगी है कि कहीं उनका बच्चा पीछे न रह जाए। इस प्रतिस्पर्धात्मक युग में पढ़ाई के साथ-साथ बच्चे की बुद्धि का विकास करना भी बहुत जरूरी है।

Parenting Tips: Teach these 7 habits to children from an early age

सभी माता-पिता को यह समझने की जरूरत है कि सिर्फ परीक्षा में अच्छे अंक लाना ही काफी नहीं है, बल्कि जरूरी है कि बच्चों को पढ़ाई के अलावा अन्य चीजें भी अच्छे से सिखाई जाएं जैसे निर्णय लेना, समस्या का समाधान करना, साथ ही बच्चों को सामाजिक कौशल विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

बुद्धि बचपन से ही शुरू होती है

माता-पिता सोचते हैं कि बच्चा अभी छोटा है इसलिए उसे सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए, जैसे-जैसे वह बड़ा होगा, समझदारी अपने आप आ जाएगी। लेकिन हमेशा ऐसा सोचना सही नहीं माना जाता। हमें बच्चों को छोटी उम्र से ही छोटी-छोटी बातें सिखाना शुरू कर देना चाहिए। ताकि जब वे बड़े होकर ये चीजें देखें तो उन्हें ऐसा न लगे कि उन्होंने आज तक ये नहीं किया।

Say 'Please' and 'Thank you'

'प्लीज' और 'थैंक्यू' कहना शिष्टाचार के सबसे बुनियादी नियमों में से एक है। यह दर्शाता है कि आप दूसरों की मदद और विचारशीलता की सराहना करते हैं। अपने बच्चों को सिखाएँ कि जब भी वे किसी से मदद या मदद माँगें तो 'प्लीज' कहें और जब भी उन्हें किसी से कुछ मिले तो 'थैंक्यू' कहें।

दूसरों का सम्मान करना:

दूसरों का सम्मान करना शिष्टाचार का एक महत्वपूर्ण पहलू है। अपने बच्चों को सिखाएँ कि हर व्यक्ति अलग होता है और उसके अपने विचार और भावनाएँ होती हैं। उन्हें दूसरों की राय का सम्मान करना और उनसे विनम्रता से बात करना सिखाएँ।

माफ़ी मांगना:

गलती करना इंसान होने का एक पहलू है। अपने बच्चों को सिखाएं कि जब वे गलती करें तो माफी मांगना जरूरी है। उन्हें यह भी सिखाएं कि दूसरों से माफी मांगने का सही तरीका क्या है।

समय का पाबंद होना:

समय का पाबंद होना एक महत्वपूर्ण नियम है। अपने बच्चों को समय का महत्व समझाना ज़रूरी है ताकि वे समय का पाबंद बनें। उन्हें सिखाएं कि समय पर पहुंचना कितना महत्वपूर्ण है और देर से आने से दूसरों का समय बर्बाद हो सकता है।

दूसरों की मदद करना:

दूसरों की मदद करना शिष्टाचार का एक मूल्यवान गुण है। अपने बच्चों को सिखाएं कि दूसरों की मदद करने में खुशी महसूस करें। उन्हें सिखाएं कि छोटी-छोटी चीजें भी किसी के लिए बहुत मायने रख सकती हैं।

अपने बच्चों की चिंताओं को सुनें:

हर माता-पिता को अपने बच्चों को समस्याओं से लड़ना सिखाना चाहिए। कई बार माता-पिता बच्चों की समस्याओं को अनदेखा कर देते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि बच्चा छोटा है और इसलिए वह कुछ भी कह सकता है लेकिन ऐसा सच नहीं है। आपको एक अच्छा श्रोता बनना चाहिए और अपने बच्चों की सभी चिंताओं को ध्यान से सुनना चाहिए ताकि उन्हें लगे कि आप उनके साथ हैं।

About the Author:

Akshay Thakur

I'm Akshay Thakur, your fantasy sports secret weapon. 1000+ predictions across cricket, kabaddi, football, you name it - I crack the code of each game, crafting winning strategies like a seasoned alchemist. My analyses are your ultimate playbook, unveiling hidden gems and turning gut feelings into gold. Newbie or pro, I level up your game, transforming raw passion into league domination.

So, join me, unravel the wins, and paint your fantasy realm with victories. Remember, in this game, it's not just about luck, it's about having the right guide. And with me, you're unstoppable.