Yuvraj Singh Biopic Movie: साल 2011 में भारतीय क्रिकेट टीम को वन-डे वर्ल्ड कप का खिताब जिताने में ऑलराउंडर युवराज सिंह की भूमिका अहम रही थी। युवराज सिंह को विश्व कप में ‘मैन ऑफ द टूर्नामेंट’ का अवॉर्ड मिला। एक तरफ जहां वह अपनी तरफ से टीम को मैच जिताने की पूरी कोशिश कर रहे थे, तो वहीं, दूसरी ओर उनका शरीर एक अलग ही जंग लड़ रहा था।
युवराज सिंह कैंसर से पीड़ित थे, लेकिन उन्होंने कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को मात देकर जिंदगी की असली जंग को जीत लिया। अब युवराज सिंह की कहानी पूरी दुनिया बड़े पर्दे पर देखेगी।
उनकी बायोपिक का एलान किया गया है। इस बायोपिक को टी-सीरीज के बैनर तले प्रोड्यूसर किया जाएगा। भूषण कुमार और रवि भगचांदका इस बायोपिक को प्रोड्यूस करेंगे।
Yuvraj Singh's biopic announced: प्रोडेक्शन कंपनी टी-सीरीज के मालिक भूषण कुमार ने, रवि भागचंदका के साथ मिलकर युवराज सिंह की बायोपिक का एलान किया। युवराज सिंह की मूवी में उनकी पूरी जर्नी को दर्शाया जाएगा।
युवराज सिंह ने अपनी बायोपिक बनने को लेकर कहा कि मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि भूषण जी और रवि जी मेरी क्रिकेट जर्नी को दुनियाभर में दिखाने को तैयार है। क्रिकेट मेरा सबसे बड़ा प्यार रहा है और हर उतार-चढ़ाव के दौरान मेरी ताकत का सोर्स रहा है। मैं उम्मीद करता हूं कि ये फिल्म लोगों को उनके जीवन के चैलेंज को उबरने और कभी नहीं टूटने वाले पेशन को बरकरार रखने के लिए इंस्पायर करेगी।
युवराज सिंह पर बन रही फिल्म को रवि भगचंदका ने सह-निर्मित किया है, जो 'सचिन: ए बिलियन ड्रीम्स' के लिए जाने जाते हैं। युवराज सिंह के साथ अपने रिश्ते पर रवि ने कहा कि युवराज लंबे समय से मेरे अच्छे दोस्त हैं। मैं खुश हूं कि उन्होंने अपनी क्रिकेट यात्रा को फिल्म में बदलने के लिए हमें चुना। यूवी सिर्फ एक विश्व चैंपियन ही नहीं, बल्कि एक सच्चे लीजेंड हैं।
Yuvraj Singh Biography: युवराज के उल्लेखनीय करियर के बारे में बात करते हुए, उन्होंने 13 साल की उम्र में पंजाब अंडर-16 क्रिकेट टीम में डेब्यू किया. युवराज ने 2000-2017 तक 402 अंतरराष्ट्रीय खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें 17 शतकों और 71 अर्द्धशतकों के साथ 35.05 की औसत से 11,178 रन बनाए. वह आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2002 (श्रीलंका के साथ संयुक्त विजेता), आईसीसी टी20 विश्व कप 2007 और आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2011 जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे.
वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक ओवर में लगातार छह छक्के लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी भी थे, उन्होंने 2007 टी20 विश्व कप के दौरान इंग्लैंड के खिलाफ ऐसा किया था. उनके करियर का उच्चतम प्रदर्शन 2011 विश्व कप के दौरान 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' का प्रदर्शन था, जिसमें उन्होंने नौ मैचों में एक शतक और चार अर्धशतकों के साथ 362 रन बनाए और 15 विकेट लिए. 2011 में, उन्हें कैंसर का पता चला. यह फिल्म एक क्रिकेटर के रूप में उनकी अद्वितीय यात्रा के लिए एक श्रद्धांजलि की तरह है.
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