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WTC Final: डब्ल्यूटीसी फाइनल में भारत के खिलाफ न्यूजीलैंड फायदे की स्थिति में, ब्रेट ली ने बतायी वजह

By Akshay - June 04, 2021 12:49 PM

WTC Final: आयोजन स्थल के बारे में बात करते हुए ब्रेट ली ने कहा कि साउथंप्टन ऐसा स्थल हैं, जहां पिच के पहलू से काफी मदद मिलेगी. यहां कोई पिच कोई सुपर-फास्ट पिच नहीं है. मेरा मानना है कि यहां की पिच से गेंदबाजों को काफी मदद मिलेगी. पर मैं यह भी उम्मीद करता हूं कि पिच अच्छा खेलेगी.

नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सीमर ब्रेल ली (Brett Lee) का मानना है कि साउथंप्टन में खेले जाने वाले उदघाटक वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (WTC Final) में न्यूजीलैंड का पलड़ा भारी रहेगा. यह फाइनल मुकाबला 18 से 22 जून तक खेला जाएगा, जिसको लेकर अब माहौल बनने लगा है और दिग्गजों के बयान बढ़ते ही जा रहे हैं. ब्रेट ली ने कहा कि न्यूजीलैंड का पलड़ा भारी रहेगा क्योंकि कीवी टीम अपने ही घर में ठीक ऐसे ही हालात में खेल चुकी है. आप गेंद के हिलने के बारे में बात करते हैं, आप पिच में कुछ होने की बात करते हैं, गेंद के सीम होने की बात करते है. यही WTC Final में होने जा रहा है और कुछ ऐसे ही हालात में न्यूजीलैंड टीम घर में खेलती है. यही वह पहलू है, जिसके आधार पर मैं कह रहा हूं कि न्यूजीलैंड टीम को फाइनल में थोड़ा फायदा रहेगा.

दोनों टीमों की बैटिंग के बारे में कमेंट करते हुए कहा कि जहां तक दोनों की बल्लेबाजी की ताकत की बात है, तो इस मामले में दोनों ही बराबरी पर हैं. दोनों ही टीमों में ऐसे बल्लेबाज हैं, जो स्विंग गेंदबाजी को खेल सकते हैं. लेकिन जब बात गेंदबाजी की आती है, तो मैं कहूंगा कि जो भी टीम बेहतर गेंदबाजी करेगी, वही टेस्ट मैच जीतेगा.

आयोजन स्थल के बारे में बात करते हुए ब्रेट ली ने कहा कि साउथंप्टन ऐसा स्थल हैं, जहां पिच के पहलू से काफी मदद मिलेगी. यहां कोई पिच कोई सुपर-फास्ट पिच नहीं है. मेरा मानना है कि यहां की पिच से गेंदबाजों को काफी मदद मिलेगी. पर मैं यह भी उम्मीद करता हूं कि पिच अच्छा खेलेगी

टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के भविष्य पर बोलते हुए ली ने कहा कि मुझे इस बात को लेकर बिल्कुल भी शक नहीं है यह सफल होगी. फैंस टीमों को मुकाबला करते हुए बिल्कुल देखना चाहेंगे. इसका मतलब यह है कि यह एक अच्छी प्रतियोगिता या मुकाबला है. ली ने कहा कहा कि जब बात टी20 या फिफ्टी-50 वर्ल्ड कप की बात आती है, तो हम विश्व कप के लिए मुकाबला करते हैं. जब ऐसा वनडे में हो सकता है, तो टेस्ट में क्यों नहीं हो सकता.