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हम दोनों कभी क्लोज फ्रेंड नहीं युवराज ने माही के साथ दोस्ती को लेकर किए चौंकाने वाले खुलासे

Know more about VipinBy Vipin - November 05, 2023 03:23 PM

चाहे 2007 का टी20 वर्ल्ड कप हो या 2011 का वनडे वर्ल्ड कप टूर्नामेंट युवराज सिंह और एम एस धोनी की साझेदारी की वजह से कई मैचों में टीम इंडिया की नैया पार लग सकी। हालांकि दोनों क्रिकेटर कभी भी एक दोस्त (क्लोज फ्रेंड) नहीं रहे। दरअसल हाल ही में युवराज सिंह ने खुलासा किया कि वो और धोनी मैदान के बाहर कभी एक अच्छे दोस्त नहीं थे।

वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल मुकाबले में एम एस धोनी (MS Dhoni) ने युवराज सिंह (Yuvraj Singh) के साथ मिलकर नाबाद 54 रन बनाए थे। जब माही ने वीनिंग सिक्सर जड़ा था, तो नॉन स्ट्राइक पर युवी ही थे।

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युवी ने भावुकता के साथ माही को गले लगाया था। वो लम्हा आज भी करोड़ों भारतीय क्रिकेट फैंस के मन में रचा बसा है। माही-युवी की जोड़ी की वजह से टीम इंडिया कई मैच जीत सकी। हालांकि, मैदान के बाहर कुछ ही खास मौकों पर दोनों को एक साथ देखा गया।

हम कभी क्लोड फ्रेंड नहीं रहे

एक तरफ जहां युवराज सिंह काफी मौज-मस्ती के साथ जिंदगी जीने वाले शख्स हैं, वहीं धोनी हमेशा सादगी के साथ जीवन जीना पसंद करते हैं। चाहे 2007 का टी20 वर्ल्ड कप हो या 2011 का वनडे वर्ल्ड कप टूर्नामेंट, दोनों खिलाड़ियों ने मिलकर कई मैचों में टीम इंडिया की नैया पार लगाई।

हालांकि, दोनों क्रिकेटर कभी भी एक अच्छे दोस्त (क्लोज फ्रेंड) नहीं रहे। दरअसल, हाल ही में युवराज सिंह ने खुलासा किया कि वो और धोनी मैदान के बाहर कभी एक अच्छे दोस्त नहीं थे। दोनों की दोस्ती ज्यादातर क्रिकेट तक ही सीमित थी।

माही की जीवनशैली मुझसे बहुत अलग थी

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युवी ने कहा,"मैं और माही करीबी दोस्त नहीं हैं। हम क्रिकेट की वजह से दोस्त थे, हम साथ खेलते थे। माही की जीवनशैली मुझसे बहुत अलग थी, इसलिए हम कभी करीबी दोस्त नहीं थे। कई मैचों में जब वो कप्तान थे तो मैं उन मैचों में उप-कप्तान था। कप्तान और उपकप्तान, दोनों के बीच निर्णय लेने में मतभेद जरूर होंगे।"

विश्व कप के फाइनल मुकाबले को याद करते हुए युवी ने कहा,"विश्व कप फाइनल में यह तय हुआ था कि अगर गौती (गौतम गंभीर) आउट होंगे तो मैं जाऊंगा, अगर विराट आउट होंगे तो धोनी जाएंगे। यह बात दोस्ती से ज्यादा महत्वपूर्ण है।"

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