हरियाणा ने विजय हजारे ट्रॉफी 2023 के खिताब को अपने नाम कर लिया है। फाइनल मुकाबले में हरियाणा ने राजस्थान को 30 रन से हराते हुए पहली बार खिताब पर कब्जा जमाया। टूर्नामेंट में हरियाणा ने खेले सभी 10 मैचों में जीत दर्ज की। फाइनल में हरियाणा से मिले 288 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए राजस्थान की पूरी टीम 257 रन बनाकर सिमट गई।
288 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान की शुरुआत अच्छी नहीं रही। राम मोहन चौहान महज एक रन बनाकर चलते बने, तो महिपाल लोमरोर को सुमित ने 2 रन के स्कोर पर चलता किया। कप्तान दीपक हुड्डा अपना खाता तक नहीं खोल सके सुमित का दूसरा शिकार बने।
करन लांबा 20 रन बनाकर आउट हुए। हालांकि, इसके बाद अभिजीत तोमर ने कुणाल सिंह राठोर के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए शतकीय साझेदारी निभाई। अभिजीत ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 129 गेंदों पर 106 रन की दमदार पारी खेली। अभिजीत को हर्षल पटेल ने पवेलियन की राह दिखाई।
अभिजीत के पवेलियन लौटने के बाद राजस्थान का बैटिंग ऑर्डर ताश के पत्तों की तरह बिखर गया और देखते ही देखते पूरी टीम 257 रन बनाकर ढेर हो गई। राजस्थान ने अपने आखिरी 5 विकेट महज 56 रन जोड़कर गंवाए। गेंदबाजी में हरियाणा की ओर से सुमित कुमार और हर्षल पटेल ने तीन-तीन विकेट अपने नाम किए। वहीं, राहुल तेवतिया की झोली में दो विकेट आए।
खिताबी मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी हरियाणा की शुरुआत अच्छी नहीं रही और युवराज सिंह सिर्फ एक रन बनाकर चलते बने। वहीं, हिमांशु राणा 10 रन बनाकर आउट हुए। हालांकि, इसके बाद अंकित कुमार और कप्तान अशोक मेनारिया ने मोर्चा संभाला और तीसरे विकेट के लिए 124 रन की साझेदारी जमाई।
अंकित ने 88 रन की शानदार पारी खेली, तो अशोक 70 रन बनाकर आउट हुए। अंतिम ओवरों में राहुल तेवतिया की 24 और सुमित कुमार की 28 रन की पारी के चलते हरियाणा की टीम स्कोर बोर्ड पर 8 विकेट खोकर 287 रन लगाने में सफल रही।