Ind vs Eng T20: चंडीगढ़ से पहले बैटिंग का न्योता पाने के बाद हरियाणा के लिए हिमांशू राणा ने शतक बनाया, लेकिन दूसरे छोर पर तब तक विकेट गिरते रहे, जब तक राहुल तेवतिया ने नंबर सात पर आकर चंडीगढ़ के गेंदबाजों का बैंड नहीं बजा दिया
नई दिल्ली: इंग्लैंड के खिलाफ शनिवार को भारतीय टी20 टीम में चुने गए तीन नए चेहरों में से एक ईशान किशन (Ishan Kishan) ने शनिवार को ही बल्ले और गेंद के साथ धूम मचा दी थी, तो बाकी दो में एक और नए चेहरे राहुल तेवतिया (Rahul Tewatia) ने भी खेली जा रही विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy 2021) के तहत रविवार को कोलकाता में ने आतिशी अंदाज में अपने चयन का जश्न मनाया. राहुल तेवतिया (Rahul Tewatia) ने ये आतिशी तेवर चंडीगढ़ के खिलाफ मुकाबले में नंबर सात पर बैटिंग करते हुए दिखाए.
चंडीगढ़ से पहले बैटिंग का न्योता पाने के बाद हरियाणा के लिए हिमांशू राणा ने शतक बनाया, लेकिन दूसरे छोर पर तब तक विकेट गिरते रहे, जब तक राहुल तेवतिया ने नंबर सात पर आकर चंडीगढ़ के गेंदबाजों का बैंड नहीं बजा दिया.
राहुल तेवतिया ने आउट होने से पहले 39 गेंदों पर छह छक्कों और चार चौकों से 73 रन बनाकर साबित किया कि राष्ट्रीय चयन समिति ने इंग्लैंड के खिलाफ टी20 टीम में चुनकर उन पर बिल्कुल सही दांव लगाया है. निश्चित ही, इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज राहुल तेवितया के लिए टी20 विश्व कप के लिए अपना दावा ठोकने का बढ़िया मौका है. विजय हजारे में हरियाणा को कई लीग मुकाबले खेलने हैं. और इसमें इस पर भी नजर रहेगी कि राहुल गेंदबाजी में कैसा प्रदर्शन करते हैं.
राहुल तेवतिया ने अपने चयन पर कहा कि हरियाणा टीम में आना और अच्छे खिलाड़ियों के बीच अपनी जगह पक्की करने से उन्हें मानसिक रूप से मजबूत होने और खेल को बेहतर करने में काफी मदद की. आप जरा उस टीम में मुकाबले की कल्पना कीजिए, जिसमें अमित मिश्रा भाई जैसे खिलाड़ी हैं. उनके अलावा जयंत यादव हैं. साथ ही युजवेंद्र चहल हैं, जो राष्ट्रीय ड्यूटी पर नहीं होते, तो राज्य के लिए खेलते हैं. हरियाणा टीम में वास्तव में स्पिनरों के बीच बहुत ही कड़ी प्रतिस्पर्धा है. इस लेग स्पिनर ने कहा कि हरियाणा ने केवल उन्हें आत्मविश्वास ही नहीं, बल्कि खेल निखारने में भी मदद की है.
वहीं, तेवतिया भारतीय क्रिकेट के कुछ बड़े नामों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने को को लेकर काफी रोमांचित हैं. उन्होंने कहा कि अभी तक मैं आईपीएल में विराट भाई के खिलाफ खेल चुका हूं और अब मैं उनके साथ खेलूंगा और उनके और विश्व के बाकी सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करूंगा. मेरे लिए यह उनसे सीखने का मौका होगा कि वे विश्व की बेस्ट टीमों के खिलाफ कैसे तैयारी और मुकाबला करते हैं.