टी20 विश्व कप इतिहास के कुछ सबसे रोमांचक और यादगार क्रिकेट मैचों का मंच रहा है। शानदार बल्लेबाजी प्रदर्शन से लेकर चमत्कारी गेंदबाजी प्रदर्शन तक, टूर्नामेंट हमेशा आश्चर्य से भरा रहा है। ऐसा ही एक आश्चर्य 2014 के टी20 विश्व कप में आया, जब श्रीलंका ने नीदरलैंड के खिलाफ मुकाबला किया और टी20 विश्व कप इतिहास में सबसे कम स्कोर का रिकॉर्ड बनाया।
यह मैच 24 मार्च 2014 को बांग्लादेश के चटगांव के जहूर अहमद चौधरी स्टेडियम में हुआ था। श्रीलंका ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने के लिए चुना, जिससे नीदरलैंड्स का पीछा करने के लिए एक ठोस लक्ष्य निर्धारित करने की उम्मीद थी। हालाँकि, श्रीलंकाई पक्ष के लिए योजना के अनुसार चीजें नहीं हुईं।
नीदरलैंड के गेंदबाजों ने मजबूत शुरुआत की, श्रीलंकाई बल्लेबाजों को रोककर रखा और उन्हें स्वतंत्र रूप से स्कोर नहीं करने दिया। श्रीलंकाई टीम पर दबाव बढ़ गया और जल्द ही उन्होंने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाना शुरू कर दिया। नीदरलैंड के गेंदबाज अथक थे, और उन्होंने तब तक हार नहीं मानी जब तक उन्होंने पूरी श्रीलंकाई टीम को 99 रन के कुल योग पर आउट नहीं कर दिया।
श्रीलंकाई बल्लेबाजी पतन का नेतृत्व अहसान मलिक ने किया, जिन्होंने अपने चार ओवरों में सिर्फ 19 रन देकर चार विकेट लिए। उन्हें टिम वैन डेर गुगटेन का साथ मिला, जिन्होंने अपने चार ओवरों में 30 रन देकर तीन विकेट लिए। श्रीलंकाई बल्लेबाजों के पास नीदरलैंड्स के गेंदबाजी आक्रमण का कोई जवाब नहीं था और वो सिर्फ 18.4 ओवर में ही ऑल आउट हो गए.
Team | Score | Opposition | Ground | Match Date |
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Netherlands | 39 | Sri Lanka | Chattogram | March 24, 2014 |
Netherlands | 44 | Sri Lanka | Sharjah | October 22, 2021 |
West Indies | 55 | England | Dubai (DSC) | October 23, 2021 |
Scotland | 60 | Afghanistan | Sharjah | October 25, 2021 |
New Zealand | 60 | Sri Lanka | Chattogram | March 31, 2014 |
Ireland | 68 | West Indies | Providence | April 30, 2010 |
Hong Kong | 69 | Nepal | Chattogram | March 16, 2014 |
Bangladesh | 70 | New Zealand | Kolkata | March 26, 2016 |
Afghanistan | 72 | Bangladesh | Dhaka | March 16, 2014 |
Kenya | 73 | New Zealand | Durban | September 12, 2007 |
जवाब में नीदरलैंड ने आसानी से लक्ष्य का पीछा करते हुए 6.1 ओवर शेष रहते 6 विकेट से मैच जीत लिया। यह जीत नीदरलैंड के लिए ऐतिहासिक थी, क्योंकि यह टी20 अंतरराष्ट्रीय में टेस्ट खेलने वाले देश पर उसकी पहली जीत थी।
श्रीलंका और नीदरलैंड के बीच मैच ने टी20 विश्व कप इतिहास में सबसे कम टोटल का रिकॉर्ड बनाया, एक रिकॉर्ड जो आज भी कायम है। श्रीलंकाई टीम उनके प्रदर्शन से दंग रह गई और निराश हो गई, जबकि नीदरलैंड ने क्रिकेट इतिहास में अपनी सबसे बड़ी जीत में से एक का जश्न मनाया।
यह मैच याद दिला रहा था कि टी20 क्रिकेट में कुछ भी हो सकता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन सी टीम पसंदीदा है या अंडरडॉग; किसी भी दिन कोई भी टीम जीत सकती है। श्रीलंकाई टीम ने इस सबक को कठिन तरीके से सीखा है, और वे भविष्य के टूर्नामेंटों में मजबूत वापसी की उम्मीद कर रहे होंगे।
अंत में, 2014 टी20 विश्व कप में श्रीलंका और नीदरलैंड के बीच मैच को हमेशा श्रीलंका द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड-ब्रेकिंग लो टोटल के लिए याद किया जाएगा। यह नीदरलैंड का एक उल्लेखनीय प्रदर्शन था, जिसने दिखाया कि वे दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं। क्रिकेट प्रशंसक भविष्य के टी20 विश्व कप में इस तरह के और उलटफेर और आश्चर्य की उम्मीद कर रहे होंगे।