टी-20 वर्ल्ड कप 2021 (T20 World Cup 2021) में भारत और पाकिस्तान (India Vs Pakistan T20 World Cup) की टीम को एक ही ग्रुप में रखा गया है. यानि फैन्स को क्रिकेट का सबसे बड़ा रोमांच देखने को मिलेगा.
टी-20 वर्ल्ड कप 2021 (T20 World Cup 2021) में भारत और पाकिस्तान (India Vs Pakistan T20 World Cup) की टीम को एक ही ग्रुप में रखा गया है. यानि फैन्स को क्रिकेट का सबसे बड़ा रोमांच देखने को मिलेगा. अक्टूबर-नवंबर में टी-20 वर्ल्ड कप का आगाज होने वाला है. अब फैन्स टी-20 वर्ल्ड कप के आगाज से ज्यादा भारत और पाकिस्तान के बीच मैच को देखने का बेसर्बी से इंतजार कर रहे हैं. आखिरी बार भारत और पाकिस्तान की टीम 2019 वर्ल्ड कप में एक दूसरे के खिलाफ खेली थी जिसे भारतीय टीम ने जीता था. वर्ल्ड कप के इतिहास में भारत की टीम पाकिस्तान से कभी नहीं हारी है. भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी मैच होता है तो क्रिकेट का रोमांच चरम पर होता है. टी-20 वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच हुए जिसने फैन्स को दातें तले उंगली दबाने पर मजबूर किया है. ऐसा ही एक मैच 2007 टी-20 वर्ल्ड कप के लीग मैच में हुआ था. जब दोनों टीमों के बीच मैच टाई रहा तो मैच का फैसला बॉल आउट से किया गया था.
बता दें कि वर्तमान में यदि मैच टाई हो तो उसका फैसला सुपरओवर से होता था. लेकिन टी-20 वर्ल्ड में टाई होने पर मैच का फैसला सुपरओवर से नहीं बल्कि बॉल आउट' के तहत हुआ था. ऐसे में पहले टी-20 वर्ल्ड कप में 14 सितंबर, 2007 को भारत-पाकिस्तान के बीच पहली बार टी-20 मैच खेला गया था, जो टाई पर खत्म हुआ, इसके बाद मैच का नतीजा बॉल-आउट से हुआ था.
'बॉल आउट' में दोनों टीमों के पांच गेंदबाजों को गेंदबाजी करने का मौका दिया गया था. दरअसल गेंदबाजों को गिल्लियां उड़ाने का टारगेट दिया गया, जिस टीम के गेंदबाज ज्यादा बार गेंद से गिल्लियां गिरा पाते उसे विजयी घोषित कर दिया जाने वाला था.
भारत की ओर से वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह और रॉबिन उथप्पा ने गेंद की गिल्लियां उड़ाने में सफल रहे थे लेकिन दूसरी ओर पाकिस्तान के अहम गेंदबाजों ने गेंद की लेकिन एक भी बार स्टंप पर गेंद नहीं मार सके थे, जिसके कारण भारत यह मैच 3-0 से जीतने में सफल रहा था. पाकिस्तान की ओर से उमर गुल, यासिर अराफात और अफरीदी ने गेंद फेंकी लेकिन गेंद को स्टंप पर हिट नहीं करा पाए थे. यह एक ऐसा मैच रहा है जिसे आजतक क्रिकेट फैन्स नहीं भूला पाए हैं.
बता दें कि उथप्पा ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि बॉल आउट में कप्तान धोनी के स्मार्टनेस की वजह से भारत को जीत मिली थी. उन्होंने कहा कि जब भारत के गेंदबाज गेंद करते तो धोनी विकेटकीपर बन जाते थे, जिससे हमारे लिए गेंद से स्टंप को हिट करना आसान बन जाता था, हमें धोनी की ओर गेंद फेंकनी पड़ती जिससे हमें ज्यादा सफलता मिला था. वहीं, पाकिस्तान की टीम के गेंदबाज गेंद करते तो उनकी ओर से ऐसी रणनीति नहीं अपनाई जाती थी.