विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारतीय टीम की हार के बाद जमकर बवाल हो रहा है। रोहित शर्मा की कप्तानी और कोच राहुल द्रविड़ की रणनीति पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। इस बीच सचिन तेंदुलकर ने भी टीम इंडिया में अश्विन के नहीं चुने जाने पर सवाल खड़े किए हैं। सचिन ने कहा कि अश्विन एक काबिल गेंदबाज हैं और वह हमेशा पिच पर निर्भर नहीं रहते हैं।
सचिन तेंदुलकर ने ट्विटर पर लिखाविश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइन जीतने पर ऑस्ट्रेलियाई टीम को बधाई। स्टीव स्मिथ और ट्रेविस हेड ने पहले ही दिन मजबूत नींव रखी, जिसने मैच को उनकी तरफ मोड़ दिया। मैच में बने रहने के लिए भारतीय टीम को पहली पारी में बड़ा स्कोर बनाने की जरूरत थी, लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाए। भारतीय टीम के लिए कुछ अच्छे पल थे, लेकिन मैं ये नहीं समझ पा रहा हूं कि रविचंद्रन अश्विन को प्लेइंग 11 में क्यों नहीं शामिल किया गया। वह मौजूदा समय में दुनिया के नंबर एक टेस्ट गेंदबाज हैं। मैंने मैच से पहले ही कहा था कि काबिल स्पिन गेंदबाज हमेशा पिच पर निर्भर नहीं रहते हैं। वह हवा में ड्रिफ्ट और पिच के उछाल का उपयोग विविधता के लिए करते हैं। हमें नहीं भूलना चाहिए कि ऑस्ट्रेलियाई टीम में शुरुआती आठ बल्लेबाजों में पांच बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारतीय टीम को 209 रन के बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था और रविचंद्रन अश्विन को टीम में शामिल नहीं किया था। टॉस के बाद ही कई दिग्गजों ने रोहित के दोनों फैसलों पर सवाल खड़े किए थे और यही दोनों फैसले भारत की हार की वजह बने।
इसी मैच में ऑस्ट्रेलिया ने अपने ऑफ स्पिनर नाथन लियोन को मौका दिया था और उन्होंने मैच में पांच विकेट चटकाए। पहली पारी में रवींद्र जडेजा और दूसरी पारी में रोहित शर्मा को आउट कर उन्होंने मैच में अपनी टीम की वापसी कराई। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 469 और दूसरी पारी में 270 रन बनाए। वहीं, भारतीय टीम पहली पारी में 296 और दूसरी पारी में 234 रन ही बना पाई। ऑस्ट्रेलिया के लिए पहली पारी में बाएं हाथ के बल्लेबाज एलेक्स कैरी ने 163 रन बनाए और स्टीव स्मिथ ने 121 रन की पारी खेली। दूसरी पारी में एलेक्स कैरी ने नाबाद 66 और मिचेल स्टार्क ने 41 रन बनाए। इन चारों बल्लेबाजों के खिलाफ अश्विन का रिकॉर्ड शानदार है।