नई दिल्ली: भारत और इंग्लैंड के बीच शनिवार को चौथे और आखिरी टेस्ट मैच में धमाकेदार जीत दर्ज करने के बाद भारतीय खिलाड़ियों का आत्मविश्वास दोगुना हो गया है। दूसरे दिन वाशिंगटन सुंदर और लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल ने बेहतरीन पारियां खेलीं। अक्षर पटेल ने मैच के बाद कहा, यह उनका आत्मविश्वास ही था, जिसकी बदौलत वह इंग्लैंड के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट में नौ विकेट लेने में सफल रहे। अक्षर पटेल ने 48 रन देकर 5 विकेट चटकाए।
ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 47 रन देकर 5 विकेट निकाले। इंग्लैंड टीम को 25 रनों से हराकर चार टेस्ट मैचों की सीरीज 3-1 के अंतर से जीतकर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बना ली है।
अपनी पहली सीरीज खेलने वाले पटेल ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 27 विकेट लिए। पटेल ने मैच के बाद कहा, मुझे लगता है कि आत्मविश्वास से मुझे काफी मदद मिली। मैंने पहले मैच में विकेट हासिल की और उस आत्मविश्वास को बनाए रखा। मैंने केवल पिछले मैचों में अधिक तेज गेंदबाजी की, लेकिन यहां हमें अपनी गति को अलग रखने की जरूरत थी।
उन्होंने वाशिंगटन सुंदर के साथ अपनी साझेदारी को लेकर कहा, जब मैं रन आउट होने के बाद (ड्रेसिंग रूम में वापस आया), मेरे पास इतना समय नहीं था कि हम सुंदर से बात कर सकें क्योंकि हम आआउट हो गए थे।
पटेल ने 43 और सुंदर ने 96 रनों की नाबाद पारी खेली। वाशिंगटन सुंदर ने कहा कि वह अपने शतक चूकने से निराश नहीं है। उन्होंने कहा, घर में पहली सीरीज जीतना अदभुत रहा और सुखद अहसास रहा। शतक पूरा न कर पाने से निराश नहीं हूं। मेरे लिए शतक सही समय पर आएगा। मैं टीम की जीत में अपना योगदान देकर बहुत खुश हूं।
युवा क्रिकेटर वाशिंगटन सुंदर की ये बातें सुनकर क्रिकेटप्रेमी उनकी तारीफों के पुल बांध रहे हैं। क्रिकेटप्रेमियों का कहना है कि किसी भी क्रिकेटर में टीम भावना होना बहुत जरूरी है। वाशिंगटन सुंदर ने न सिर्फ ताबड़तोड़ 96 रन बनाए बल्कि उन्होंने बेहतरीन क्रिकेटिंग का नजारा भी पेश किया, जो काबिले तारीफ है।