ईशांत शर्मा (Ishant Sharma) इस सीरीज में कहीं परिपक्व गेंदबाज दिखायी पड़ रहे हैं. और इस मैच में उन्होंने दिखाना शुरू कर दिया है कि वह पिंक बॉल से भी बल्लेबाजों को पानी पिलाना अच्छी तरह जानते हैं.
अब आप जानते ही हैं कि भारतीय सीमर ईशांत शर्मा (Ishant Sharma) के लिए यह तीसरा टेस्ट मैच है और इस टेस्ट के साथ ही ईशांत सौ टेस्ट खेलने वाले कपिल देव के बाद भारतीय क्रिकेट इतिहास के सिर्फ दूसरे तेज गेंदबाज बन गए. और बीसीसीआई (BCCI) और गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन (GCA) ने भी ईशांत के टेस्ट को यादगार बना दिया. तीसरे टेस्ट से पहले राष्ट्रपित रामनाथ कोविंद (Ramnatch Kovind) और गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने ईशांत को उनके सौवें टेस्ट मैच के लिए प्रतीक चिह्न भेंट कर उनका सम्मान किया, जो उन्हें ताउम्र सुख और खुशी का एहसास कराएगा. यह भी एक तरह से संयोग ही रहा कि ईशांत (Ishant Sharma) के सौवें टेस्ट का आयोजन नरेंद्र मोदी (पहले सरदार पटेल) स्टेडियम में हुआ और माननीय राष्ट्रपति और गृहमंत्री की उपस्थिति ने ईशांत के सम्मान में और चार चांद लगाते हुए उनकी उपलब्धि को ऐसा मना दिया, जिसे वह कभी भी नहीं भूल पाएंगे.
बहरहाल, ईशांत शर्मा ने इस सम्मान का जश्न अपने ही अंदाज में जल्द ही मनाया, जब उन्होंने इंग्लैंड के ओपनर डोम सिबले को जल्द ही पवेलियन चलता किया. ईशांत ने इंग्लिश बल्लेबाजों को बता दिया कि उन्हें पिंक बॉल से भी विकेट लेना बखूबी आता है. सिबले ईशांत की गेंद पर स्लिप में रोहित के हाथों लपके गए
बहरहाल, यह शुरुआत भर है. उम्मीद है कि मैच खत्म होने की समाप्ति पर ईशांत अपने 100वें टेस्ट को और यादगार बनाएंगे और गेंद के साथ वह उम्दा प्रदर्शन जारी रखेंगे, जैसा उन्होंने हालिया मैचों में किया है. चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट में ईशांत ने अपने टेस्ट करियर के तीन सौ विकेट भी पूरे किए थे. और तब वह यह रिकॉर्ड बनाने वाले भारत ते छठे और तीसरे तेज गेंदबाज बने थे.