Ind vs Eng 1st ODI: कर्नाटक के इस 25 साल के गेंदबाज के खिलाफ जेसन रॉय (46) और जॉनी बेयरस्टॉ (94) ने आक्रामक रुख अख्तियार किया जिससे उन्होंने शुरूआती तीन ओवरों में 37 रन लुटा दिये. उन्होंने हालांकि रॉय को आउट कर इसका बदला लिया. कृष्णा ने मैच के बाद कहा, ‘मुझे अच्छी शुरूआत नहीं मिली.
पुणे: इंग्लैड के खिलाफ अपने पदार्पण मैच के शुरुआती ओवरों में रन लुटाने के बाद शानदार वापसी करने वाले भारतीय तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा (prasidh krishna) ने अपने करियर के पहले ही वनडे में स्वप्न सरीखी शुरुआत की, जो उन्हें ताउम्र याद रहेगी. मैच के बास युवा सीमर ने कहा कि वह ऐसे गेंदबाज के तौर पर पहचान बनाना चाहते है जो सझेदारी तोड़ने और गेंद को ‘हिट द डेक (पिच पर तेजी से टप्पा खिलाने)' के लिए जाना जाए. कृष्णा (prasidh krishna) ने 8.1 ओवर में 54 रन देकर चार विकेट झटक कर भारतीय टीम को मंगलवार को यहां 66 रन से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई. यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण पर किसी भारतीय गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.
कर्नाटक के इस 25 साल के गेंदबाज के खिलाफ जेसन रॉय (46) और जॉनी बेयरस्टॉ (94) ने आक्रामक रुख अख्तियार किया जिससे उन्होंने शुरूआती तीन ओवरों में 37 रन लुटा दिये. उन्होंने हालांकि रॉय को आउट कर इसका बदला लिया. कृष्णा ने मैच के बाद कहा, ‘मुझे अच्छी शुरूआत नहीं मिली. उन्होंने मेरे खिलाफ आक्रामक रूख अख्तियार किया क्योंकि मैंने खराब गेंदबाजी की, लेकिन मुझे खुद पर भरोसा था. हमने एक साथ कई विकेट चटकाये जिससे टीम को फायदा हुआ.'
उन्होंने कहा, ‘शुरुआती तीन ओवरों के बाद मैं समझ गया था कि गेंद को आगे टप्पा नहीं खिला सकता. इसके बाद मैंने गेंद को बल्लेबाजों की पहुंच से दूर टप्पा खिलाना शुरू किया और गेंद ने अपना काम किया.' कृष्णा ने विजय हजारे ट्रॉफी में सात मैचों में 24.5 की औसत से 14 विकेट लिये थे. वह इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स का प्रतिनिधित्व करते है. उन्होंने कहा, 'आईपीएल से मुझे मदद मिली. मैं ‘हिट द डेक'गेंदबाज के तौर पर पहचान बनाना चाहता हूं जो टीम की जरूरत के मुताबिक साझेदारी तोड़ सके.'