रोहित पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच के लिए उपलब्ध नहीं थे। उनकी जगह यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने पारी का आगाज किया था। अभ्यास मैच में भी रोहित ओपनिंग के लिए नहीं उतरे थे और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए थे।
भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ छह दिसंबर से होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए पूरा जोर लगा दिया है। दोनों टीमों के बीच एडिलेड में पिंक बॉल टेस्ट होना है और इससे पहले भारतीय खिलाड़ी जमकर पसीना बहा रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया प्रधानमंत्री एकादश के खिलाफ अभ्यास मैच के बावजूद भारतीय टीम कोई जोखिम नहीं लेना चाहती है। कप्तान रोहित शर्मा भी पीछे नहीं है और उन्होंने नेट्स पर करीब चार घंटे बिताएंगे।
रोहित पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच के लिए उपलब्ध नहीं थे। उनकी जगह यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने पारी का आगाज किया था। अभ्यास मैच में भी रोहित ओपनिंग के लिए नहीं उतरे थे और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए थे। रोहित के बल्लेबाजी क्रम में नीचे आने के पुख्ता संकेत हैं, जिससे फॉर्म में चल रहे यशस्वी और राहुल की जोड़ी भारतीय पारी की शुरुआत कर सके। लेकिन कप्तान ने गुलाबी कूकाबुरा का सामना करते हुए काफी दृढ़ संकल्प दिखाया।
इस सत्र के दौरान भारतीय टीम ने अभ्यास क्षेत्र में चार नेट पर अभ्यास किया। ऐसे ही एक नेट पर यशस्वी और राहुल ने बारी-बारी बल्लेबाजी की जबकि शुभमन गिल और विराट कोहली दूसरे नेट पर थे। रोहित और ऋषभ पंत तीसरे नेट पर साथ अभ्यास कर रहे थे जबकि अंतिम नेट पर नितीश कुमार रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर थे। भारतीय कप्तान, पंत और अन्य सहयोगी स्टाफ के साथ कम से कम एक घंटा पहले अभ्यास के लिए आ गए।
रोहित ने नुवान सेनेविरत्ने के साइड-आर्म थ्रोडाउन के साथ दाएं हाथ के विशेषज्ञ राघवेंद्र और दयानंद गरानी की गेंदों का सामना किया। कप्तान ने लेंथ गेंद को छोड़ने का प्रयास किया लेकिन जब भी कोई शॉर्ट गेंद आती तो वह आसानी से पुल कर देते। ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले भारतीय प्रशंसकों के लिए यह ओपन सत्र बच्चों के लिए कैंडी स्टोर में होने जैसा था क्योंकि वे नेट के बहुत करीब थे।