ENG vs IND Hardik Pandya was the hero of victory in the first T20 WATCH VIDEO भारत के स्टार हरफनमौला हार्दिक पांड्या ने कहा कि अपने जीवन को लेकर उनकी सोच हमेशा स्पष्ट रही है और ढर्रे से उतरने पर भी उनके आसपास ऐसे लोग हैं जो उन्हें फिर पटरी पर ले आते हैं.
सफलता और विफलता का अब भारत के स्टार हरफनमौला हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) पर असर नहीं पड़ता और उन्होंने स्पष्ट सोच के साथ ‘तटस्थ जीने' का हुनर सीख लिया है. अपने करियर में चोटों से परेशान रहे पांड्या के लिए वापसी आसान नहीं थी लेकिन उन्होंने शानदार वापसी करते हुए गुजरात टाइटंस (Gujarat Titans) को पहले ही सत्र में आईपीएल (IPL 2022) का खिताब दिलाया.
इसके अलावा आयरलैंड के खिलाफ सीरीज में कप्तानी करते हुए भारत (Ireland vs India) को 2-0 से जीत दिलाई. इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 मैच में गेंद और बल्ले दोनों से कमाल करके भारत की जीत (England vs India) के सूत्रधार रहे. पांड्या ने साउथम्पटन में 33 गेंद में 51 रन बनाने के बाद 33 रन देकर चार विकेट लिए.
उन्होंने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “कड़ी मेहनत हमेशा रंग लाती है. मेरा हमेशा से मानना रहा है कि अच्छे इरादे से की गई मेहनत बेकार नहीं जाती. मैं खुद को हमेशा तैयार रखना चाहता हूं. कई बार नतीजे मेरे पक्ष में होंगे तो कई बार नहीं.”
उन्होंने कहा, “मैं कामयाबी और नाकामी को लेकर ज्यादा नहीं सोचता. मैने तटस्थ जीना सीख लिया है. आज अच्छा दिन था तो कल बुरा भी हो सकता है. जिंदगी चलती रहती है लिहाजा हंसते रहो और मेहनत करते रहो.”
पांड्या ने कहा कि अपने जीवन को लेकर उनकी सोच हमेशा स्पष्ट रही है और ढर्रे से उतरने पर भी उनके आसपास ऐसे लोग हैं जो उन्हें फिर पटरी पर ले आते हैं.
उन्होंने कहा, “मेरी सोच हमेशा स्पष्ट रही है. जब भी मुझे लगता है कि साफ सोच नहीं पा रहा हूं तो समय लेकर सुधार करता हूं. मैं हड़बड़ी में कुछ नहीं करता. गेंदबाजी या बल्लेबाजी को तो छोड़ दो, आम जीवन में भी यह स्पष्टता जरूरी है.”
उन्होंने कहा, “मेरी मदद के लिए काफी लोग है. परिवार मेरे लिए बहुत अहम है जो मेरी सोच में स्पष्टता लाता है. जब भी मैं कंफ्यूज होता हूं तो कृणाल है, मेरी पत्नी है, मेरी भाभी है. हमारा तालमेल बहुत मजबूत है और पथ से भटकने पर वे मुझे रास्ते पर ले आते हैं.”
टेस्ट क्रिकेट हर क्रिकेटर के लिए सर्वोपरि चुनौती है लेकिन पांड्या ने कहा कि वह अभी इसके बारे में ज्यादा नहीं सोच रहे.
उन्होंने कहा, “फिलहाल सीमित ओवरों का सत्र है और पूरा फोकस सफेद गेंद के क्रिकेट पर है. टेस्ट खेलने का मौका भी मिलेगा. मेरा फलसफा साफ है कि जो भी खेलो, उसमें अपना शत प्रतिशत दो.”