भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया है। इस फैसले ने पाकिस्तान क्रिकेट में भूचाल ला दिया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा करने के लिए रविवार को वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ बातचीत भी शुरू कर दी है। इस बीच पाकिस्तान क्रिकेट जगत ने भारत के रुख की आलोचना की है। पाकिस्तान के पूर्व टेस्ट कप्तान राशिद लतीफ, जावेद मियांदाद, इंजमाम उल हक ने भारत के फैसले पर निराशा जाहिर की है।
पाकिस्तान के पूर्व टेस्ट कप्तान राशिद लतीफ ने जोर देकर कहा कि पीसीबी को एक मजबूत बयान देना होगा। लतीफ ने कहा, 'अब बहुत हो गया है। जब सभी टीमें बिना किसी समस्या के पाकिस्तान में खेल रही हैं, तो भारत का यह निर्णय पूरी तरह से राजनीतिक है और इसे क्रिकेट सहित सभी खेलों में अस्वीकार्य होना चाहिए।'
पूर्व टेस्ट कप्तान जावेद मियांदाद ने भारत के साथ मैचों के बहिष्कार का आह्वान किया। उन्होंने कहा, 'यह कैसा मजाक है और ऐसा हो भी कैसे रहा है। भले ही हम भारत से बिल्कुल भी न खेलें, पाकिस्तान क्रिकेट न केवल जीवित रहेगा बल्कि समृद्ध भी होगा जैसा कि हमने अतीत में दिखाया है।' उन्होंने कहा, 'मैं यह देखना चाहूंगा कि जब पाकिस्तान और भारत का कोई मैच नहीं होता है तो आईसीसी अपने आयोजनों से कैसे पैसा कमाते हैं।'
पूर्व टेस्ट कप्तान इंजमाम उल हक ने भी निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा, 'वे क्रिकेट को इतने बड़े अवसर से वंचित कर रहे हैं। पाकिस्तान में भारतीय टीम को कोई खतरा नहीं है। मैं सच कहूं तो उन्हें यहां सबसे अच्छा आतिथ्य मिलेगा।' भारत ने 2008 एशिया कप के बाद से अपनी क्रिकेट टीम पाकिस्तान नहीं भेजी है। हालांकि, पाकिस्तान की टीम ने 2012-13 में द्विपक्षीय सफेद गेंद सीरीज, 2016 में टी20 विश्व कप और पिछले साल 50 ओवर के विश्व कप के लिए भारत की यात्रा की है।
पूर्व टेस्ट बल्लेबाज मोहसिन खान ने कहा कि राजनीति को कभी भी खेल के साथ नहीं जोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा, 'मेरा मतलब है कि क्या भारत सरकार वास्तव में मानती है कि पाकिस्तान में उनकी टीम को कोई खतरा है? लेकिन मैं पीसीबी को कोई भी निर्णय लेने से पहले शांत रहने की सलाह दूंगा।' चैंपियंस ट्रॉफी के लिए बीसीसीआई के भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार करने के बाद अब पाकिस्तान ने गीदड़भभकी दी है। दरअसल, पाकिस्तान पर मेजबानी छीने जाने का खतरा मंडरा रहा है। 'द डॉन' ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के हवाले से एक रिपोर्ट साझा करते हुए बताया है कि अगर पाकिस्तान से टूर्नामेंट की मेजबानी के अधिकार छीन लिए जाते हैं तो वह अगले साल होने वाली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी से अपना नाम वापस ले सकता है।
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