भारत और इंग्लैंड के बीच में तीसरा टेस्ट मैच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जा रहा है। नवनिर्मित स्टेडियम में खेले जा रहे पहले डे-नाइट टेस्ट मैच में पिच ने पूरी तरीके से टेस्ट मैच को टी-20 में बदल दिया है। मैच से पहले पिच को लेकर जितनी चिंताएं थीं यह उससे भी ज्यादा खतरनाक साबित हुई।
नरेंद्र स्टेडियम में यहां पहले दिन के खेल में कुल 13 विकेट गिरे जिसमें 11 विकेट स्पिनरों ने निकाले थे। यही नहीं इंग्लैंड की पूरी टीम पहले ही दिन 48.4 ओवर में 112 रन पर ही सिमट गई तो भारत के भी तीन खिलाड़ी पवेलियन लौटे।
इसके बाद दूसरे दिन भी पिच का मिजाज नहीं बदला और पहले ही सत्र में भारत के सात खिलाड़ी पवेलियन लौट गए। पांच दिनों के टेस्ट मैच में दूसरे दिन के खेल में एक सत्र भी पूरा नहीं हुआ है और दोनों टीमों के मिलाकर 20 विकेट गिर गए। इसमें 18 विकेट स्पिनरों के खाते में गए।
स्पिनरों में अक्षर पटेल (6), रविचंद्रन अश्विन (3), जैक लीच (4) और जो रूट (5) विकेट चटकाए। जबकि एक-एक विकेट इशांत शर्मा और जोफ्रा आर्चर के खाते में गए।
बता दें कि भारत में दूसरी बार गुलाबी गेंद से डे-नाइट टेस्ट खेला जा रहा है। लेकिन इससे पहले ईडन गार्डेंस में 2019 में खेले गए पहले मुकाबले में पिच में तेज गेंदबाजों को फायदा हुआ था। भारत-बांग्लादेश खेले गए उस मैच में कुल 28 विकेट गिरे थे और सभी तेज गेंदबाजों के खाते में गए थे, लेकिन इस बार इसके उलट पिच पर स्पिनर हावी रहे।
भारतीय टीम डे-नाइट टेस्ट के दूसरे दिन के पहले ही सेशन में ऑलआउट हो गई। पार्टटाईम स्पिनर कप्तान जो रूट ने पांच विकेट चटकाए और टर्न लेती पिच पर भारतीय बल्लेबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। फिलहाल भारत के पास 33 रन की मामूली बढ़त है।
कप्तान और पार्ट टाइम स्पिनर रूट 6 ओवर में चार विकेट ले चुके हैं, जिसके लिए उन्होंने सिर्फ आठ रन ही खर्च किए। यह पिंक बॉल टेस्ट में किसी भी इंग्लिश गेंदबाज का बेस्ट बॉलिंग फिगर