दोनों ही बोर्डों के बीच सिडनी और गाबा दोनों ही टेस्ट के लिए बायोसिक्योरिटी प्रोटोकॉल पर सहमति बनी थी. इसके तहत खिलाड़ियों को एक दूसरे से बात करने के लिए अपने-अपने कमरों से बाहर आने की इजाजत दे दी गई, लेकिन अलग-अलग मैदानों पर ट्रेनिंग को छोड़कर होटल से बाहर जाने की इजाजत किसी खिलाड़ी को नहीं थी.
नई दिल्ली: भारतीय टीम के चौथे टेस्ट की बॉयकॉट की खबरों को लेकर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय क्रिकट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने सफायी मांगी है. पिछला तकरीबन एक हफ्ता स्थानीय मीडिया में इन खबरों से छाया रहा कि भारतीय खिलाड़ी ब्रिस्बेन जाने को लेकर खुश नहीं हैं. गावा में खेले जाने वाले चौथे टेस्ट को लेकर बीसीसीआई और क्वींसलैंड हेल्थ डिपार्टमेंट दोनों की योजनाएं 29 दिसंबर से शुरू होनी थीं, लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कहा है कि दोनों की तरफ से उसके लिए कोई खबर नहीं है.
ऑस्ट्रेलिया के ही अग्रणी चैनल की खबर के अनुसार दोनों ही बोर्डों के बीच सिडनी और गाबा दोनों ही टेस्ट के लिए बायोसिक्योरिटी प्रोटोकॉल पर सहमति बनी थी. इसके तहत खिलाड़ियों को एक दूसरे से बात करने के लिए अपने-अपने कमरों से बाहर आने की इजाजत दे दी गई, लेकिन अलग-अलग मैदानों पर ट्रेनिंग को छोड़कर होटल से बाहर जाने की इजाजत किसी खिलाड़ी को नहीं थी.रवीवार को अपुष्ट तौर पर ऐसी खबरें आयीं कि बीसीसीआई ने आधिकारिक तौर पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को लिख कर यह सलाह दी थी कि टीम इंडिया ब्रिस्बेन नहीं जाना चाहती. इस बात को बल तब मिला, जब वीरवार को भारतीय कप्तान अजिंक्य रहाणे ने कहा कि इस बारे में कोई भी निर्णय बोर्ड अधिकारियों द्वारा लिया जाएगा, खिलाड़ियों द्वारा नहीं. रहाणे ने कहा था कि खिलाड़ियों का ध्यान पूरी तरह से तीसरे टेस्ट पर है. टेस्ट मैच वीरवार को शुरू हो रहा है. हम इसी पर ध्यान लगाए हुए हैं और बेहतर करना चाहते हैं.
गाबा में टीम इंडिया के खेलने की अनिश्चितता से उपजे तनाव का असर दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच भी देखा जा सकता है. पहले भी इस बात को लेकर लगातार कंगारू खिलाड़ियों ने मीडिया में खुलकर बोला है. अब कंगारू कप्तान टिम पेन ने कहा कि यहां कुछ न कुछ बात हो रही है. इसलिए मैं सोचता हूं कि तीसरा टेस्ट केवल क्रिकेट के पहलू से ही शानदार होने नहीं जा रहा है. उन्होंने कहा कि थोड़ा तनाव जरूर पैदा हो रहा है क्योंकि अपुष्ट सूत्रों से ऐसी खबरें आ रही हैं कि भारतीय चौथा टेस्ट कहां खेलना चाहते हैं और कहां नहीं. यह कुछ लोगों पर अर डालने जा रहा है. देखते हैं कि आगे हालात कैसे रहते हैं.