Aus vs Ind 1st Test: वास्तव में शनिवार सुबह अस्सी मिनट के खेल में एक तूफान आया, दो टीम इंडिया के सपने रूपी बाग को बुरी तरह उजाड़ गया. और यह तूफान पैदा किया पैट कमिंस और जोश हेजलवुड ने, जिसके आगे दिग्गज भारतीय बल्लेबाज बौने बन गए.
एडिलेड: महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने अपना न्यूनतम स्कोर बनाने वाली भारतीय टीम के प्रति सहानुभूति जताते हुए बल्लेबाजों का बचाव किया है. गावस्कर ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी और इसलिए भारतीय बल्लेबाजों को उनके निराशाजनक प्रदर्शन के लिये दोषी ठहराना अनुचित होगा. एडिलेड टेस्ट के तीसरे दिन शनिवार को तेज गेंदबाज पैट कमिंस, जोश हेजलवुड और मिशेल स्टार्क की तिकड़ी ने शानदार प्रदर्शन किया जिससे भारतीय टीम अपने 36 रन के न्यूनतम टेस्ट स्कोर पर सिमट गयी. भारत का पिछला न्यूनतम टेस्ट स्कोर 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ लार्ड्स में 42 रन का था.
गावस्कर ने भारत की आठ विकेट की हार के बाद चैनल सेवन से कहा, ‘जब से कोई भी टीम टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू करती है, तब से उस टीम का अपने न्यूनतम टेस्ट स्कोर पर आउट होना, कभी भी यह देखकर अच्छा नहीं लगता.' उन्होंने कहा, ‘लेकिन अगर कोई अन्य टीम भी इसी तरह की गेंदबाजी का सामना करती तो वे भी जल्दी आउट हो जाते, शायद वे 36 रन पर आउट नहीं होते, शायद 72 या 80-90 रन के स्कोर पर आउट होते.
गावस्कर ने कह कि जिस तरह से स्टॉर्क के तीन ओवर के स्पेल के बाद हेजलवुड, कमिंस ने गेंदबाजी की, उसने भारतीयों के सामने कई सवाल खड़े कर दिये थे.' उन्होंने कहा, ‘इसलिये भारतीय बल्लेबाज जिस तरीके से आउट हुए, उसके लिये उन्हें दोषी ठहराना उचित नहीं होगा क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की.'