5 टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टीम इन दिनों इंग्लैंड में है। टेस्ट सीरीज की शुरुआत 20 जून से होगी। इससे पहले भारत और इंडिया ए के बीच इंट्रा स्क्वॉड मैच शुरू हुआ। भारतीय टीम का इंग्लैंड में टेस्ट में रिकॉर्ड बेहद शर्मनाक है। ऐसे में भारत के 37वें टेस्ट कप्तान गिल इस रिकॉर्ड गलत साबित कर टेस्ट सीरीज में कमाल करना चाहेंगे।
5 टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टीम इंग्लैंड पहुंच चुकी है। इस सीरीज का आगाज 20 जून से होने जा रहा है। इससे पहले भारत और इंडिया ए के बीच इंट्रा स्क्वॉड मैच शुरू हुआ। भारतीय टीम का इंग्लैंड में टेस्ट में रिकॉर्ड बेहद शर्मनाक है।
2007 से भारत ने इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज नहीं जीती, ऐसे में भारत के 37वें टेस्ट कप्तान गिल इस रिकॉर्ड को गलत साबित कर टेस्ट सीरीज में कमाल करना चाहेंगे। 1932 से लेकर अब तक भारत ने इंग्लैंड में 9 टेस्ट और 3 टेस्ट सीरीज जीती हैं। भारत के इंग्लैंड दौरे पर कई ऐसे मूवमेंट आए हैं जिन्हें फैंस याद रखना नहीं चाहते हैं। आइए ऐसे ही 5 पलों के बारे में जानते हैं।
1974 में लॉर्ड्स टेस्ट भारत के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं था। अजित वाडेकर की कप्तानी वाली भारतीय टीम दूसरी पारी में सिर्फ 42 रन पर ढेर हो गई थी। 9 प्लेयर दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाए थे। एकनाथ सोलकर ने सबसे ज्यादा नाबाद 18 रन बनाए थे। भारत को इस मुकाबले में पारी और 42 रन से हार का सामना करना पड़ा था। इंग्लैंड ने पहली पारी में 629 रनों का विशाल स्कोर किया था। जवाब में भारतीय टीम पहली पारी में 302 रन ही बना सकी थी। यह मैच चार दिन में समाप्त हो गया। अगर रेस्ट डे नहीं होता हो यह मैच 3 दिन में ही समाप्त हो जाता।
2014 में भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली गई थी। नॉटिंघम में पहले टेस्ट में भारत ने 457 रन बनाने के बाद इंग्लैंड को 298/9 के स्कोर पर ला दिए। ऐसे में लगने लगा था कि टीम जल्द ही ऑलआउट हो जाएगी। हालांकि, जो रूट ने जेम्स एंडरसन के साथ 10वें विकेट के लिए 198 रनों की विश्व रिकॉर्ड साझेदारी की। ऐसे में इंग्लैंड ने पहली पारी में 496 रन बनाए। एंडरसन ने 81 और रूट ने 154 रन की नाबाद पारी खेली। ऐसे में यह मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
2011 में भारतीय टीम ने वनडे विश्वकप जीता था। इसके बाद एक मजबूत टीम इंग्लैंड दौरे पर गई थी। हालांकि, इंग्लैंड ने घर पर ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट सीरीज में 4-0 से धूल चटाई थी और ICC रैंकिंग में नंबर 1 स्थान भी उनसे छीन लिया। राहुल द्रविड़ के लिए यह सीरीज यादगार थी क्योंकि उन्होंने लॉर्ड्स में एक शतक सहित तीन सेंचुरी जड़ी थीं। इंग्लैंड ने पहला टेस्ट 196 रन से, दूसरा टेस्ट 319 रन, तीसरा टेस्ट पारी और 242 रन और आखिरी टेस्ट पारी और 8 रन से जीता था।
साल 2021 में भारत ने 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए इंग्लैंड का दौरा किया था। हालांकि, कोरोना के कारण आखिरी टेस्ट स्थगित करना पड़ा था। इस सीरीज में भारतीय टीम ने 2-2 की बराबरी की थी। हालांकि, इंग्लैंड ने बैजबॉल अप्रोच के चलते सीरीज का आखिरी टेस्ट अपने नाम कर लिया था। इस तरह भारत ने इंग्लैंड में सीरीज जीतने का मौका गंवा दिया था। भारत ने इंग्लैंड को जीत के लिए 378 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य दिया था, इसे टीम ने 3 विकेट खोकर ही हासिल कर लिया था। आखिरी टेस्ट मैच जुलाई 2022 में खेला गया था।
1979 में 4 टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टीम ने इंग्लैंड का दौरा किया था। मेहमान टीम ने 1-0 से यह सीरीज जीती थी। सीरीज के पहले मैच को इंग्लैंड ने पारी और 83 रन से अपने नाम किया था। इसके बाद अगले 3 टेस्ट ड्रॉ रहे थे। हालांकि, भारत के पास सीरीज में 1-1 की बराबरी का मौका था। चौथे टेस्ट में इंग्लैंड ने भारत को जीत के लिए 438 रन का लक्ष्य दिया।
सुनील गावस्कर ने 221 रन की शानदार पारी खेली। चेतन शर्मा ने 80 रन बनाकर 213 रन की ओपनिंग साझेदारी की। गावस्कर के आउट होने के बाद भी मैच भारत के हाथ में लग रहा था। कुछ देर में भारत का स्कोर 410/4 से 423/8 पहुंच गया। जीत के बेहद करीब पहुंचकर भारत ने विकेट नहीं गंवाए और मुकाबले को ड्रॉ करा लिया।