मौसम में बदलाव के कारण लोगों को खांसी, जुकाम और गले में खराश जैसी आम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हम आपको बताएंगे कि इन लक्षणों का इलाज घर पर ही कैसे किया जा सकता है, वो भी बिना किसी दवा के।
Cold and cough treatment: 6 home remedies to relieve sore throat in changing weather
मौसम परिवर्तन ने बहुत से लोगों को जकड़ लिया है। सर्दी, खांसी, गले में खराश हर जगह आम होती जा रही है। और आम धारणा है - 'यह मौसम की वजह से है' और यह सच है। मौसम परिवर्तन से पराग एलर्जी होती है, तापमान में बदलाव शरीर को प्रभावित करता है। वायरस, बैक्टीरिया के संपर्क में आने से गले में खराश, सूखी खांसी, बुखार और बहुत कुछ हो सकता है। जबकि डॉक्टर से परामर्श करना और लक्षणों को लंबे समय तक बने रहने नहीं देना महत्वपूर्ण है, कुछ घरेलू उपचार हैं जो दर्द को कम करने और अस्थायी राहत के लिए कुछ जगह बनाने में मदद कर सकते हैं।
6 home remedies for cold, cough and sore throat
- शहद और नींबू: खांसी और गले में खराश के लिए एक क्लासिक उपाय, शहद और नींबू राहत प्रदान करने के लिए सहक्रियात्मक रूप से काम करते हैं। शहद में प्राकृतिक जीवाणुरोधी गुण होते हैं और यह गले के ऊतकों को शांत कर सकता है, जबकि नींबू प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए विटामिन सी प्रदान करता है। सादे पानी के साथ शहद भी गले के लिए आरामदेह हो सकता है।
- अदरक की चाय: अदरक अपने सूजन-रोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है, जो इसे खांसी और जुकाम के लिए एक बेहतरीन उपाय बनाता है। यह कंजेशन को दूर करने और गले को आराम देने में मदद करता है।
- काढ़ा: मसालों और गर्म पानी का मिश्रण एक पुरानी भारतीय प्रथा है जिसे सर्दी, खांसी, गले की समस्या आदि जैसी रोजमर्रा की स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने के लिए माना जाता है।
- हल्दी वाला दूध: हल्दी किताब में सबसे पुरानी तरकीबों में से एक है। हल्दी एक शक्तिशाली सूजन-रोधी और रोगाणुरोधी एजेंट है जो प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने और संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकता है। हल्दी वाला दूध, जिसे "गोल्डन मिल्क" के नाम से भी जाना जाता है, एक आरामदायक उपाय है। इसमें करक्यूमिन होता है जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है और बेहतर रिकवरी में मदद करता है।
- नमक के पानी से गरारे करना: गले की खराश से राहत पाने और खांसी को कम करने के लिए नमक के पानी से गरारे करना एक कारगर तरीका है। नमक सूजन को कम करने और बैक्टीरिया को मारने में मदद करता है। इस उपाय का उपयोग करने के लिए। 30 सेकंड के लिए घोल से गरारे करें, फिर इसे थूक दें।
- भाप लेना: भाप लेने से नाक की भीड़ से राहत मिलती है और चिड़चिड़े वायुमार्ग को आराम मिलता है। यह श्लेष्म झिल्ली को हाइड्रेट करता है और तुरंत राहत प्रदान कर सकता है।