By Chirag
November 01, 2025
देवउठनी एकादशी के दिन तुलसी माता की श्रद्धापूर्वक पूजा करने से जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
लेकिन अगर इस दिन अनजाने में तुलसी से संबंधित कुछ गलतियाँ हो जाएं, तो पूजा का पूर्ण फल प्राप्त नहीं हो पाता।
तुलसी विवाह या देवउठनी एकादशी के दिन बिना स्नान किए तुलसी को स्पर्श नहीं करना चाहिए।
तुलसी माता पर भूलवश भी दूध या जल अर्पित न करें, क्योंकि मान्यता है कि इस दिन तुलसी माता स्वयं भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।
तुलसी विवाह के दिन गलती से भी तुलसी के पौधे को तोड़ना या काटना अशुभ माना जाता है।
तुलसी के पास गलती से भी गंदगी न करें और वहाँ जूते-चप्पल रखने से भी बचें।
देवउठनी के दिन तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाना शुभ होता है, और इसे बुझने नहीं देना चाहिए।