By Harsh
October 10, 2025
जानिए क्यों करवा चौथ भारत में सबसे प्रिय और पवित्र व्रतों में से एक माना जाता है।
सुहागिन महिलाएं करवा चौथ का व्रत अपने पति की दीर्घायु और सुखमय जीवन की कामना के लिए रखती हैं।
इस दिन सुहागिन महिलाएं चांद के साथ भगवान शिव, माता पार्वती और गणेशजी की आराधना करती हैं।
जानिए करवा चौथ का संस्कृत नाम और इसके पीछे छिपा पारंपरिक अर्थ।
जानिए करवा चौथ को संस्कृत में क्या कहा जाता है और इसका असली अर्थ क्या है।
चिंता न करें, हम आपको बताएंगे करवा चौथ को संस्कृत में क्या कहा जाता है और उसका अर्थ क्या है।
संस्कृत में करवा चौथ को “करक चतुर्थी” कहा जाता है, जिसका विशेष धार्मिक महत्व है।
करवा चौथ में ‘करक’ यानी मिट्टी का घड़ा पूजा के दौरान महत्वपूर्ण प्रतीक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
करवा चौथ, जिसे संस्कृत में करक चतुर्थी कहते हैं, चांद्र मास की चौथ तारीख को मनाया जाता है।