By Uday
May 31, 2025
30 जून 2025 से UPI पेमेंट करते समय रिसीवर का बैंक में रजिस्टर्ड असली नाम स्क्रीन पर दिखेगा, जिससे फ्रॉड करना आसान नहीं होगा.
नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यह नियम लागू किया है ताकि डिजिटल पेमेंट में यूजर्स का भरोसा बढ़े और धोखाधड़ी से बचाया जा सके.
पहले UPI पेमेंट करते समय ऐप पर वही नाम दिखता था जो आपने कॉन्टैक्ट में सेव किया होता था या जो रिसीवर ने UPI प्रोफाइल में लिखा हो.
अब पेमेंट करने से पहले रिसीवर का बैंक में रजिस्टर्ड असली नाम स्क्रीन पर दिखेगा, जिससे गलत ट्रांसफर और फ्रॉड से बचा जा सकता है.
यह नया नियम P2P (व्यक्ति से व्यक्ति) और P2M (व्यक्ति से व्यापारी) दोनों तरह के UPI ट्रांजैक्शनों पर लागू होगा.
QR कोड में छेड़छाड़ कर के फेक अकाउंट से लिंक करना एक आम स्कैम बन चुका है. अब पेमेंट करने से पहले आप देख सकेंगे कि सामने वाला नाम दुकान के मालिक जैसा है या नहीं.
यह बदलाव सभी प्रमुख UPI ऐप्स जैसे Google Pay, PhonePe, Paytm, BHIM आदि पर लागू होगा, जिससे सभी यूजर्स को आसानी होगी.
अगर आप किसी अनजान अकाउंट में पेमेंट कर रहे हैं और नाम संदिग्ध लगे, तो उस ट्रांजैक्शन को रोकना अब आपके हाथ में होगा
इस नए नियम से UPI पेमेंट की प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं होगा. केवल पेमेंट से पहले रिसीवर का असली नाम दिखेगा.