By Aditya
September 11, 2025
जितिया एक खास हिंदू व्रत है जो मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल में माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए रखती हैं।
यह व्रत आमतौर पर सिंह या कार्तिक के महीने में पड़ता है, जिसे जितिया भी कहते हैं। इस साल यह 14 सितंबर को मनाया जाएगा।
व्रत का कठोर नियम यह है कि महिलाएं पूरी तरह से निर्जला रहती हैं—न कुछ खाती हैं, न कुछ पीती हैं। हालांकि, व्रत रखने के कुछ आसान तरीके भी हैं, जिनमें हल्का भोजन या फल खाया जा सकता है। फिर भी, सबसे शुद्ध
व्रत 14 सितंबर को सुबह 5:04 बजे शुरू होगा और 15 सितंबर को देर रात 3:06 बजे समाप्त होगा। यह व्रत आमतौर पर एक या तीन दिन का होता है।
इस दिन माता जितिया की पूजा की जाती है, महिलाएं व्रत रखते हुए शास्त्र पढ़ती हैं और विशेष प्रार्थना करती हैं।
पूजा के लिए आवश्यक सामग्री में फल, दूर्वा, हल्दी, चावल और दीपक शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, घर और मंदिर की स्वच्छता सुनिश्चित करना भी बहुत महत्वपूर्ण है।
व्रत के दौरान महिलाओं को साफ-सुथरे कपड़े पहनने चाहिए और संयम से रहना चाहिए। इस दौरान गाली-गलौज और नकारात्मक विचारों से दूर रहें।
महिलाओं द्वारा रखा जाने वाला निर्जला व्रत पूजा-पाठ के बाद समाप्त होता है। व्रत खोलने के लिए वे फल, खिचड़ी या हलवा जैसे हल्के भोजन का सेवन करती हैं।